नीतीश कुमार से मिलने से रोका प्रशासन, आक्रोशित दलित बस्ती के सफाई कर्मियों ने सजाए गए फूलों के गमला पर निकाला गुस्सा




न्यूज़ विज़न। बक्सर
रामरेखा घाट पर सीएम ने पर्यटकीय सुविधाओं का शिलान्यास करने के बाद अतिथि गृह पहुंचे। सीएम नीतीश कुमार से दलित बस्ती में जीवन बसर करने वाले लोग अपनी समस्याओं को लेकर गुहार लगाना चाहते थे। लेकिन, प्रशासन के आगे उनकी एक नहीं चली। अतिथि गृह से नीतीश कुमार का काफिला निकलने के बाद कुछ गाड़ियों को रोका जिसे किसी भी तरह निकाला गया। तत्पश्चात दलित बस्ती के लोग अपना गुस्सा वहां नीतीश कुमार के स्वागत में रखे सैकड़ों फूल के गमलों पर निकाला। ऐसा लग रहा था कि मानों गमला लेकर भागने की लोगों में होड़ मची हो। सेकेंडों में वहां रखे सभी फूल के गमलों को लेकर चंपत हो गये।








विरोध प्रदर्शन कर रहे कुछ लोग अपने को नगर परिषद का सफाई कर्मी बता रहे थे। उन्होंने कहा कि तीन-चार दिनों से जानवरों की तरह काम लिया जा रहा है। अतिरिक्त काम लेने का कोई पारिश्रमिक भी नहीं दिया गया। वहीं दो-तीन माह से वेतनमान भी बकाया है। दलित बस्ती में ना तो शौचालय की व्यवस्था की गई है और ना ही शुद्ध पेयजल की। ना तो आवास और ना ही बिजली। बद से भी बदतर जीवन जी रहे हैं। हम सबों की परेशानी ना तो नीतीश कुमार को दिख रही है और ना ही यहां के प्रशासन को। जब हम अपनी समस्या को लेकर मुख्यमंत्री से मिलना चाहे तो रोक दिया गया। ऐसी सरकार से हम गरीबों को क्या फायदा है।




