आदिवासी समाज के महानायक बिरसा मुंडा की जयंती मनाई गयी




न्यूज़ विज़न। बक्सर
बुधवार को सदर प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत सोंधिला गॉव में आदिवासी समाज द्वारा भगवान बिरसा की जयंती मनाई गयी। जिसमे बतौर मुख्य अतिथि बीपीएससी द्वारा चयनित एसडीओ तिरुमाल सर्वदेव गोंड उपस्थित रहे जिन्हे भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा सप्रेम भेंट कर स्वागत किया गया।








भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के इतिहास में एक महत्वपूर्ण व्यक्ति थे बिरसा मुंडा : कृष्णा गोंड़



कार्यक्रम का शुभारम्भ अतिथियों द्वारा बिरसा मुंडा के तैलचित्र पर पुष्पांजलि के साथ किया गया। वही जयंती समारोह को सम्बोधित करते हुए गोंडवाना स्टूडेंट्स यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष कृष्ण गोंड ने कहा की भगवान बिरसा मुंडा की बलिदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता,आदिवासी समाज में भगवान बिरसा एक ऐसा महानायक है, जिनका प्रतिमा संसद भवन में लगाई गई है, आगे कहते हैं की महात्मा गांधी लंदन से पढ़ाई करने के बाद कोट- पैंट को त्याग कर दिया और भगवान बिरसा से प्रेरित होकर उनके रास्ते पर चलने का काम किया। बिरसा मुण्डा एक भारतीय आदिवासी स्वतंत्रता सेनानी और मुंडा जनजाति के लोक नायक थे। उन्होंने ब्रिटिश राज के दौरान 19वीं शताब्दी के अंत में बंगाल प्रेसीडेंसी में हुए एक आदिवासी धार्मिक सहस्राब्दी आंदोलन का नेतृत्व किया, जिससे वह भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के इतिहास में एक महत्वपूर्ण व्यक्ति बन गए। भारत के आदिवासी उन्हें भगवान मानते हैं और ‘धरती आबा’ के नाम से भी जाना जाता है।
उन्होंने कहा की बिरसा मुंडा का जन्म मुंडा जनजाति के गरीब परिवार में 15 नवम्बर 1875 को झारखण्ड के खुटी जिले के उलीहातु गाँव में हुआ था। साल्गा गाँव में प्रारम्भिक पढाई के बाद इन्होंने चाईबासा जीईएल चार्च विद्यालय से आगे की शिक्षा ग्रहण की।1897 से 1900 के बीच मुंडाओं और अंग्रेज सिपाहियों के बीच युद्ध होते रहे और बिरसा और उसके चाहने वाले लोगों ने अंग्रेजों की नाक में दम कर रखा था। अगस्त 1897 में बिरसा और उसके चार सौ सिपाहियों ने तीर कमानों से लैस होकर खूँटी थाने पर धावा बोला। 1898 में तांगा नदी के किनारे मुंडाओं की भिड़ंत अंग्रेज सेनाओं से हुई जिसमें पहले तो अंग्रेजी सेना हार गयी लेकिन बाद में इसके बदले उस इलाके के बहुत से आदिवासी नेताओं की गिरफ़्तारियाँ हुईं l
कार्यक्रम में प्रेमचंद गोंड, शिवमुनी गोंड, अनंत गोंड, प्रदेश सचिव धनु गोंड, प्रदेश कोषाध्यक्ष नीतीश गोंड, प्रदेश प्रवक्ता ब्रजेश गोंड, जिला सचिव मुन्ना गोंड, जिला उपाध्यक्ष धर्मेंद्र गोंड, इटाढ़ी प्रखंड अध्यक्ष विश्वामित्र गोंड, नागेंद्र गोंड, महातम गोंड, रवि शंकर गोंड एवं गोंड समाज के भुमक सुदेश मंडावी कार्यक्रम में शामिल हुए l

