सकारात्मक सोच और स्वस्थ जीवनशैली से रक्तचाप जैसी जानलेवा बीमारी से बचा जा सकता है : डॉ दिलशाद




न्यूज़ विज़न। बक्सर
नगर के चीनीमिल स्थित साबित खिदमत फाउंडेशन अस्पताल परिसर में निदेशक डॉ दिलशाद आलम ने मरीजों और परिजनों से विश्व रक्तचाप दिवस पर कहा कि “सकारात्मक सोच और स्वस्थ जीवनशैली से रक्तचाप जैसी जानलेवा बीमारी से बचा जा सकता है।”







विश्व रक्तचाप दिवस के अवसर पर डॉक्टर दिलशाद आलम ने रक्तचाप (बीपी) को एक गंभीर और जानलेवा बीमारी करार देते हुए कहा कि इससे बचने के लिए सभी को अवसाद से दूर रहते हुए एक स्वस्थ और सक्रिय जीवनशैली अपनानी चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रतिदिन 5 से 30 मिनट तक टहलना, हरी सब्जियों का सेवन, सकारात्मक सोच और परिवार व मित्रों के साथ मिलजुलकर रहना अत्यंत जरूरी है। डॉ. आलम ने बताया कि रक्तचाप की अनदेखी मधुमेह, दिल की धड़कन रुकने, जिगर की खराबी जैसी कई गंभीर बीमारियों को जन्म देती है। आज करोड़ों लोग इससे पीड़ित हैं। उन्होंने सभी लोगों से अपील की कि हर व्यक्ति को समय-समय पर अपना बीपी जांच करवाना चाहिए और यदि अनियमितता मिले तो तुरंत आवश्यक कदम उठाने चाहिए।

उन्होंने चेतावनी दी कि रोजमर्रा की जिंदगी में तली-भुनी चीजों से परहेज करें, सिगरेट और शराब से दूरी बनाए रखें और कम नमक का प्रयोग करें। गर्मी के मौसम में पर्याप्त मात्रा में पानी पीने, धूप से बचने और जरूरत पड़ने पर डॉक्टर की सलाह लेने की सलाह भी दी। इस मौके पर डॉक्टर दिलशाद आलम के साथ कई अन्य चिकित्सक और सामाजिक कार्यकर्ता भी मौजूद रहे, जिनमें डॉक्टर खालिद राजा, डॉक्टर उज्जवल कुमार, डॉक्टर कहकशा आलम, रोशन कुमार, इम्तियाज आलम, रोशनी कुमारी, अंजली कुमारी, नसीम अंसारी, विकास ठाकुर, साबित रोहतस्वी, अरुण राय, प्रदीप राय सहित अनेकों गणमान्य लोग शामिल थे।
यह कार्यक्रम आम लोगों को जागरूक करने और बेहतर स्वास्थ्य की ओर प्रेरित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम रहा।

