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किसान नेता की हत्या में एसजेवीएन के अधिकारियो और पुलिस प्रशासन की संलिप्तता : दिनेश कुमार 

न्यूज़ विज़न।  बक्सर 

संयुक्त किसान मोर्चा बिहार के नेता दिनेश कुमार ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा है कि  किसान नेता अशोक तिवारी की नौ अक्टूबर की रात्रि में हुई हत्या एक सुनियोजित  साजिश का हिस्सा है। जिसमें चौसा थर्मल पावर के निर्माणाधीन कंपनी एसजेवीएन के अधिकारियों और पुलिस-प्रशासन की कथित संलिप्तता का आरोप लगाया है।

 

संयुक्त किसान मोर्चा के नेता एवं भारतीय किसान यूनियन के बिहार प्रभारी दिनेश कुमार एवं पूर्व मंत्री अखलाक अहमद व अधिवक्ता अरुण कुमार के नेतृत्व में एक टीम बक्सर के चौसा स्थित बनारपुर गांव पहुंच कर पीड़ित परिवार से मुलाकात की और कहा कि सभी नामजद अभियुक्तों तथा इस हत्या में शामिल साजिशकर्ताओं की गिरफ्तारी होने तक आंदोलन जारी रहेगा। इस मामले को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा का एक प्रतिनिधिमंडल बिहार के मुख्य सचिव और डीजीपी से मिलकर एक ज्ञापन के जरिए यह मांग करेगी कि इस घटना की उच्च स्तरीय जांच के लिए एसआईटी गठित की जाय। क्योंकि स्थानीय पुलिस प्रशासन की भूमिका पहले से ही यहां संदिग्ध है।

किसान नेता अशोक तिवारी 9 अक्टूबर को  प्रसाद वितरण में जुटे थे। लगभग सवा आठ बजे रात्रि में रिंकू राय दो आदमी के साथ पहुंचे और अशोक तिवारी की नहीं जाने की इच्छा के बावजूद उन्हें सिकरौल गांव ले गए। हालांकि उस दिन पूर्व मुखिया संजय राय उर्फ गुड्डू राय लगातार फोन करके सिकरौल आने को दबाव बना रहे थे और अशोक तिवारी जाने से इनकार करते रहे। उन्होंने बताया कि वे रात्रि में नौ बजे तक गुड्डू राय के घर पर ही थे। यह उनकी पत्नी द्वारा फोन करने पर उन्होंने बताया गया था। दस बजे के बाद उनका फोन स्विच ऑफ हो गया। दूसरे दिन सुबह उनकी लाश जख्मों के अनेक निशानों के साथ बरामद हुआ।

दिनेश कुमार ने कहा की पूर्व मुखिया संजय राय उर्फ गुड्डू राय के बारे में जगजाहिर है कि वे पिछले कुछ वर्षों से बक्सर जिला प्रशासन और एसजेवीएन के अधिकारियों के एजेंट के रूप में काम करते थे। अशोक तिवारी भी इनके साथ बिजनेस पार्टनर के रूप में काम करते थे और लेन देन को लेकर उनके बीच विवाद हुआ था।

 

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