मंत्री के नौ साल के कार्यकाल में स्थानीय कार्यकर्ता हुए है उपेक्षित, विरोध में हुई पूर्व जिलाध्यक्षों की बैठक
2024 के लोकसभा चुनाव में चाहिए स्थानीय प्रत्याशी




बक्सर। बृहस्पतिवार को भाजपा की अंदरूनी लड़ाई खुलकर बाहर आ गई है। पार्टी के चार पूर्व जिलाध्यक्षों ने केंद्रीय राज्य मंत्री के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। और नगर के बगीचा लॉन में जनसंघ के वरिष्ठ नेता राम विनोद राय के नेतृत्व में बैठक किया। इस दौरान पूर्व जिलाध्यक्ष माधुरी कुंवर, राणा प्रताप सिंह, केदारनाथ तिवारी, सच्चितानंद भगत मुख्य रूप से उपस्थित रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ पंडित दिन दयाल उपाध्याय और श्यामा प्रसाद मुखर्जी के तैल चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर किया।
बैठक के दौरान कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए माधुरी कुंवर ने कहा कि केंद्रीय राज्य मंत्री ने यहां के संगठन काे बर्बाद कर दिया है। कार्यकर्ताअाें काे टुकड़ाें में बांट दिया। लाेकसभा चुनाव में स्थानीय प्रत्याशी चाहिए। हमें बाहरी प्रत्याशाी स्वीकार नहीं है। यह बैठक बीजेपी के नाै साल के कार्यकाल व उपलब्धियाें काे जन-जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से बैठक अायाेजित की गई है।








पूर्व जिलाध्यक्ष राणा प्रताप सिंह ने कहा कि अाक्राेश बैठक है। संगठन से कहीं विराेध नहीं है। सांसद सह केंद्रीय राज्य मंत्री ने कार्यकर्ताअाें काे दलाल कहा। भागीरथी में फेंक देने तक की बात कह डाली। हम सबाें का विराेध ना ताे पार्टी से अाैर ना ही संगठन से है। हम लाेगाें का विराेध व्यक्तिगत रूप से स्थानीय सांसद व केंद्रीय मंत्री अश्विनी चाैबे से है।
भूतपूर्व जिलाध्यक्ष केदारनाथ तिवारी ने कहा कि एेसे व्यक्ति काे जिलाध्यक्ष बनाया गया है, जिसे संगठन की काेई जानकारी नहीं है। जिलाध्यक्ष कमिटी बनाने में भी सक्षम नहीं हैं। वरीय नेताअाें व कार्यकर्ताअाें के साथ बैठक कर मजबूत संगठन तैयार करना चाहिए था। यह बैठक संगठन काे कैसे मजबूत बनाया जाय इस लिए बैठक की गई है।
जनसंघ काल से पार्टी के लिए काम करने वाले व वर्ष 2005 में जिलाध्यक्ष बने सच्चितानंद भगत ने कहा कि मंत्रीजी ने 9 साल के कार्यकाल में कार्यकर्ताअाें काे तरजीह नहीं दी। सराहने की जगह कार्यकर्ताअाें काे दलाल कहते हैं। पार्टी के लिए 1966 से काम कर रहे हैं। स्थिति यह है कि कार्यकर्ताअाें की अपनी पहचान तक नहीं रह गई है।



राम बिनोद राय ने कहा कि भाजपा के कार्यकर्ताअाें की हाे रही उपेक्षा काे लेकर गुरुवार काे बैठक अायाेजित की गई है। उन्हाेंने कहा कि जिले के पुराने कार्यकर्ताअाें की उपेक्षा करना एवं अन्य दलाें के लाेगाें काे दल में महत्वपूर्ण पद देकर संगठन काे तार-तार किया जा रहा है। इससे संगठन लगातार कमजाेर पड़ रहा है, जिसका असर अागामी लाेकसभा चुनाव पर पड़ना तय है।
बैठक के दौरान सुशील राय, रमेश गुप्ता, अजय राय, प्रमोद पांडे समेत अनेकों कार्यकर्ता मौजूद रहे।

