नौ सूत्री मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर गई आशा और आशा फेसिलेटर संघ




न्यूज विजन । बक्सर
आशा एवं आशा फैसिलिटेटर संघ के संयुक्त मंच के आह्वान पर बुधवार से जिला के तमाम आशा एवं आशा फैसिलिटेटर अनिश्चित कालीन हड़ताल पर चली गई। इस दौरान विभिन्न प्रखंडों में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर आशा एवं आशा फैसिलिटेटर ने धरना दिया एवं अपनी मांगों के समर्थन में नारे भी लगाए।
अनिश्चित कालीन हड़ताल के दौरान सदर प्रखंड के आशा एवं आशा फैसिलिटेटर संघ के बैनर तले एक विशाल धरने का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता मीरा देवी ने किया तथा संचालन अरुण कुमार ओझा ने किया। धरना को संबोधित करते हुए आशा पुष्पा देवी ने बिहार सरकार को से कहा 2005 से ही हमलोग आंदोलन करते आ रहे हैं और सरकार इस पर विचार नहीं कर रही है। सरकार को यह सोचना चाहिए आशा और आशा फैसिलिटेटर सेवानिवृत्त हो जाएंगे घर के ना घाट के रह जाएंगे। आशा है,स्वास्थ्य मंत्री के द्वारा पूर्व में घोषणा की गई है आशाओं का मानदेय बढ़ाया जाएगा हम चाहते हैं की अपने घोषणा पर अमल करें। वक्ताओं ने बिहार सरकार से मांग की है कि आशा को सरकारी सेवक घोषित किया जाए और जबतक सरकारी सेवक नहीं घोषित किया जाता है। 1000 से सबको ₹10000 मानदेय में बदल कर दिया जाए। आशा फैसिलिटेटर को 20 दिन के बदले 30 दिन ₹500 के दर से भुगतान किया जाए। अगर सरकार हम लोगों के 9 सूत्री मांगों को पूरा नहीं करती है तो आने वाले समय में हम आंदोलन को और तेज करेंगे जिसकी जवाबदेही स्वास्थ्य प्रशासन की होगी। धरना को जिला मंत्री चिकित्सा संघ आनंद कुमार सिंह, राज्य संघर्ष उपाध्यक्ष मनोज चौधरी, किसान नेता भगवती प्रसाद, प्रिंस कुमार, उदय कुमार, अभीराजो, संतोषी, नीतू, माया, मालती, प्रेमशिला, बबिता, लक्ष्मी आदि ने संबोधित किया।

