RELIGION

देव दिवाली की लाइव फोटो : देव दिवाली पर दियों से जगमगाया शहर के रामरेखा घाट व अहिरौली घाट, हुयी माँ गंगे की भव्य आरती 

न्यूज़ विज़न।  बक्सर
सोमवार को कार्तिक पूर्णिमा व देव दिवाली के मौके पर शहर के विभिन्न गंगा घाटों पर भव्य रूप से देव दीपावली का आयोजन किया गया। मौके पर पौराणिक रामरेखा घाट और अहिरौली घाट पर शाम 5 बजे के बाद से ही दीपों से सजाया जाने  लगा था जो एक घंटे बाद पूरा घाट दिया की रौशनी से जगमगा उठा। इस दौरान वेद मंत्रोच्चार के बीच मां गंगा की भव्य आरती का आयोजन किया गया।

 

 

रामरेखा घाट, अहिरौली घाट समेत अन्य घाटों पर दीपों को जलाने के क्रम में हजारों लोग लगे थे जिनमें महिलाओं और बच्चियों की संख्या भी कम नही थी। उधर गंगा आरती सेवा ट्रस्ट के द्वारा भी मां गंगा की भव्य आरती का आयोजन किया गया। इस दौरान गंगा पूजन में यजमान की भूमिका में योग शिक्षिका सह समाजसेवी वर्षा पांडेय व पूर्व बीडीओ और भाजपा नेता मनोज राय उपस्थित रहे। वही मां गंगा की भव्य आरती ट्रस्ट के नियमित पुजारी अमरनाथ पांडेय तथा धनजी पांडेय व अन्य ने की।

देव दीवाली का महत्व बताते आचार्य रणधीर ओझा ने बताया कि मान्यताओं के अनुसार रावण वध के बाद देवताओं ने दीप जलाकर सूर्यवंश के सिरमौर श्रीराम के प्रति कृतज्ञता ज्ञापन करते अपनी प्रसन्नता जाहिर की थी। इस अवसर पर मंदिरों और देवस्थलों पर दीप जलाने की परंपरा है।

मौके पर ट्रस्ट के कपीन्द्र किशोर भारद्वाज ने बताया कि चार माह के शयन के बाद भगवान विष्णु के जगने पर देवताओं द्वारा दीप जलाकर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए दीवाली मनाई जाती है। इसी लिए इस परंपरा को जीवंत रखने के उद्देश्य से ही मां गंगा के तट पर दीवाली मनाने की परंपरा चली आ रही है।

गंगा आरती के इस भव्य नजारा को देखने के लिए अनेक लोग नौका पर सवार हो दीपों की रोशनी से जगमग करते घाटों के अलौकिक ²श्य का अवलोकन कर रहे थे। इस अवसर पर सौरव तिवारी, पप्पू राय, प्रकाश पांडेय, बिनोद सिंह, ओम जी यादव समेत ट्रस्ट के अनेक लोग मौजूद थे।

उधर देव दिवाली पर युवा नेता रामजी ¨सिंह के अगुआई में शहर के अहिरौली घाट पर 5100 दियों से जगमगाएगा गया। मौके पर गंगा पुत्र त्रिदंडी स्वामी, जिला कमांडेंट बिनोद कुमार, सहायक अभियंता बिजली विभाग शिवकुमार, रंजन मांझी, राकेश मांझी, विक्रांत, विशाल मांझी, लालू, वार्ड पार्षद दिनेश, कन्हैया यादव, दीपक पटेल, मनीष तिवारी, रेहान समेत अनेको लीग मौजूद रहे।

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