जिलेभर में मनाया गया भैया दूज का त्यौहार, बहनों ने गोधन नामक दुराचारी को लाठी-डंडों से कुटा




न्यूज़ विज़न । बक्सर
जिलेभर में भैयादूज का त्योहार मंगलवार को हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। बहनों ने गोबर से निर्मित गोधन नामक दुराचारी को लाठी-डंडों से कूटकर भाइयों की सलामती के लिए कामना की। इस मौके पर पूरे इलाके में काफी उत्साह एवं उमंग का माहौल देखने को मिला। इस दौरान महिलाओं द्वारा गाये जा रहे गीतों में ‘कुटिले आंवरा, कुटिले भंवरा.. राम भईयां के कुटि दुश्मन..!’ जैसे भैयादूज के कई गीतों से पूरा इलाका गुंजायमान हुआ।









नगर सहित जिले के विभिन्न ग्रामीण इलाकों में सुबह से ही महिलाओं में काफी उत्साह का माहौल व्याप्त रहा। इस संबंध में आचार्य रणधीर ओझा ने बताया कि द्वापर युग में ‘गोधन’ नामक दुराचारी के उपद्रव से व्रज की महिलाएं काफी परेशान थीं। आतंक और दुर्व्यवहार से परेशान होकर व्रज की महिलाओं ने अंततोगत्वा आज ही के दिन लाठी-डंडे से गोधन नामक दुराचारी की कुटाई कर दी। उन्होंने बताया की सभी बहनें अपने भाइयों की सलामती के लिए भैयादूज का पवित्र त्योहार कर दीर्घायु एवं सलामती की कामना करती है। यहीं नहीं, आज ही के दिन से महिलाएं पीड़ियां लगाकर एक माह तक लगातार पूजा-अर्चना भी करती है। पुरानी परम्परा के अनुसार मंगलवार को सुबह में हरेक घरों में सूप पीटकर दरिद्रता भगाने एवं घरों में अमन-चैन तथा सुख शांति के उद्देश्य अहले सुबह से ही सूप पीटने की प्रक्रिया शुरू हुई।




श्री ओझा ने बतया की आज ही के दिन से शादी-विवाह से लगायत सभी मांगलिक कार्यक्रमों की शुरुआत होती है। जिला मुख्यालय से सटे चकरहंसी गॉव में पारंपरिक गीत अइले गोधन बाबा पाहून के साथ मनाया गया गोवर्धन पूजा इस परंपरा को आज भी श्रद्धा से निभाया गया।मौके पर मीरा सिंह ने बताया की गोधन की कुटाई कर भाई की सलामती की दुआएं मांगी गयी। इस दौरान रंजना, गोल्डी, तिलेसरा देवी, सुषमा, रामावती, आशा, शारदा, बबिता समेत दर्जनों महिलाएं शामिल रही।

