गांवों की पहचान पूर्व की तरह आज भी पहलवानों से होनी चाहिए : ददन पहलवान
मठिला गॉव में आयोजित कुश्ती प्रतियोगिता में बिहार उतर प्रदेश के अलावा अन्य कई राज्यों के पहलवानो ने लिया हिस्सा




न्यूज़ विज़न । बक्सर
जिले के डुमरांव प्रखंड अंतर्गत मठिला गांव में गोवर्धन पूजा के अवसर पर कुश्ती प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें बिहार, उत्तर प्रदेश सहित कई राज्यों के नामी-गिरामी पहलवानों ने शिरकत किया। प्रतियोगिता का उद्घाटन पूर्व मंत्री ददन पहलवान ने फीता काटकर किया।










कुश्ती प्रतियोगिता देखने पहुंचे दर्शकों एवं पहलवानों को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री ददन पहलवान ने कहा कि गांवों की पहचान पूर्व की तरह आज भी पहलवानों से होनी चाहिए। गांव और कस्बों में पारंपरिक खेलों से अच्छे समाज की संरचना भी बनती है। अखाड़े में युवाओं के उतरने से शारीरिक क्षमता व मानसिक विकास बढ़ता है। हमारे समाज मे पहलवानों को उचित सम्मान देकर इस बुनियादी खेल को बरकरार रखे। इस दौरान रेफरी की भूमिका अमला पहलवान ने निभाई जबकि संचालन रमेश पहलवान ने किया। अतिथियों को समाजसेवी विजय यादव, मोहन तिवारी, फुलेंद्र सिंह, योगेंद्र यादव, उमेश यादव, ललन सिंह आदि ने स्वागत किया।
कुश्ती प्रतियोगिता में उपस्थित अतिथियों द्वारा पुरस्कारों की बौछार की गयी। पहलवानों के दांव-पेंच पर दर्शकों द्वारा तालियों से हौसलाफजाई का दौर जारी रहा। वही इस प्रतियोगिता में प्रयागराज के अरविंद पहलवान, चंदौली के शमशेर पहलवान, गाजीपुर के अशोक पहलवान, आगरा के हरेंद्र पहलवान, मोहम्दाबाद के सलमान पहलवान के अलावे रामबदन पहलवान, मिठू पहलवान, राहुल पहलवान, श्रीभगवान पहलवान सहित अन्य ने अपना परचम लहराया। आयोजकों द्वारा विजयी पहलवानों को प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
वहीं दूसरी ओर पश्चिम अखाड़ा कुश्ती प्रतियोगिता का उद्घाटन डुमरांव विधायक डॉ अजित कुशवाहा ने किया। रेफरी के रूप में अरुण सिंह पहलवान की भूमिका रही। इस अखाड़े में शिवनाथ यादव, धुरान यादव, झमलाल यादव, हरेराम यादव, गुलिया यादव का विशेष योगदान रहा।

