RELIGION

चौदह वर्षो बाद प्रभु श्रीराम से मिले भरत, चारों भाइयो के मिलन के साथ लगे जय श्रीराम के नारे 

शहर के यमुना चौक पर देर रात तक चला भरत मिलाप का कार्यक्रम  

न्यूज़ विज़न। बक्सर 
गुरुवार की देर रात शहर के यमुना चौक पर श्रीरामलीला समिति द्वारा वर्षो से चली आ रही परम्परा को कायम रखते हुए भव्य भरत मिलाप का आयोजन किया गया। जिसका उद्घाटन सदर अनुमंडल पदाधिकारी ने फीता काटकर किया धीरेन्द्र मिश्रा ने किया। वही उन्होंने कहा की प्रशासन द्वारा शहर के बुद्धिजीवियों व रामलीला समिति के साथ समन्वय बनाकर योजनाबद्ध तरीके से दशहरा के कार्यक्रम को सफल बनाया। किला मैदान में इतना भव्य कार्यक्रम और विशाल भीड़ को तरीके से सम्पन्न कराया गया जिसके लिए जिले के नागरिको को धन्यवाद। मौके पर बीडीओ रोहित मिश्रा, वरीय उप समहर्ता विकास कुमार, नगर थानाध्यक्ष मुकेश कुमार, अंगद सिंह समेत समिति के अध्यक्ष रामजी बाबू , सचिव बैकुंठ शर्मा के अलावे सुरेश संगम, दिनेश जायसवाल, श्रवण तिवारी समेत अनेको लोग मौजूद रहे।  

भरत मिलाप कार्यक्रम को संबोधित करते एसडीओ

विजयादशमी को रावण वध के बाद भगवन श्रीराम सीता और लक्ष्मण के साथ लंका से अयोध्या के लिए रवाना होते हैं। इधर प्रभु श्रीराम के आने में जैसे-जैसे देरी होती है भरत जी की व्यग्रता बढ़ती जाती है और वो बेहद चिंतित होते हैं। इस दौरान अयोध्या में हजारों अयोध्यावाशी राम के आगमन का बेसब्री से इंतजार करते हैं कि तभी हनुमान जी ब्राह्मण के वेश में वहां आते हैं और प्रभु के आगमन का शुभ समाचार सुनाते हैं।

भरत मिलाप कार्यक्रम आरम्भ हुआ जिसमे दिखाया गया की श्रीराम के आगमन की खबर सुनते ही सारे नगरवासी खुशी से झूमने लगते हैं। छत से झांक रही महिलाएं श्रीराम की एक झलक पाने को बेताब नजर आती हैं। श्रीराम के स्वागत की तैयारियां जोरों से होने लगती हैं। इसी बीच वहां पुष्पक विमान से प्रभु का आगमन होता है। गुरू वशिष्ट को देखते ही श्रीराम विमान से उतर कर भ्राता लक्ष्मण के साथ उनके पैर छूकर आशीर्वाद लेते हैं कि तभी भरत प्रभु श्रीराम के चरणों से लिपटकर रो पड़ते हैं और श्रीराम उन्हें चरणों से उठाकर गले लगा लेते हैं। मिलन की इस बेला में सबकी आंखों में खुशियों के आंसू छलक उठते हैं और इसके साथ ही पुरे नगर में चारों ओर से जय श्रीराम का उद्घोष गूंजने लगती है। 

भरत मिलाप के दौरान यमुना चौक पर लोगो की भीड़
भरत मिलाप के दौरान कृष्णा सिनेमा की ओर से प्रभु श्रीराम का आगमन होता है जबकि मुनीब चौक की ओर से भरत का आगमन होता है। इस दौरान हजारों की संख्या में नगरवासी घंटों इस प्रसंग के मंचन के इंतजार में पलकें बिछाए खड़े थे। इस मौके पर यमुना चौक पर भारतीय कला निकेतन द्वारा  रामायण गायन का भी आयोजन किया गया था। 

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