गुड फ्राइडे को नया बाजार संत मैरिस चर्च में प्रभु येसु के प्राण बलिदान को श्रद्धा के साथ मनाया गया, प्रस्तुत की गयी झांकी
प्रभु येसु के क्रूस का मार्ग ही सच्ची भक्ति, मुक्ति एवं अनन्त आनन्द का मार्ग है : फादर आनंद




न्यूज़ विज़न। बक्सर
शहर के नया बाजार स्थित संत मैरिस कैथोलिक महागिरजाघर में प्रभु यीशु के दुखभोग, मृत्यु और मृत्योपरांत जी उत्थान का तीन दिवसीय समारोह का आरंभ प्रभु ईसा के अपने 12 शिष्यों के साथ किए गए अंतिम भोजन एवं उनके पैर धुलाई की धर्म विधि के साथ आरंभ हुआ। इस समारोह का अनुष्ठान विशप जेम्स शेखर ने किया। उनके साथ अन्य पुरोहित में फादर आनंद, अमलन, सरोज शांतिराज, जेम्स आमाकाट और मुकेश बलि बेदी पर उपस्थित थे। बलिदान समारोह के बाद रात 12 बजे तक आराधना एवं भजन गायन किया गया।







गुड फ्राइडे के दिन ईसाई समाज प्रभु यीशु की रोमी शासको द्वारा क्रूस पर लटका कर मारने की घटना को मानते हैं। ईसाई समुदाय प्रभु यीशु के मरण को मानव मुक्ति और कल्याण की बात मानते हैं। प्रभु यीशु के मरने से हमारे पापों का बोझ खत्म हो गया। यीशु हमारी यानी कि मानव मुक्ति खातीर दुख कष्ट उठाया। अपने शत्रुओं के सतावट और अपमान पूर्ण व्यवहार के बावजूद उन्हें माफी दिए और इस प्रकार संसार को असीम प्यार और क्षमादान की शिक्षा दी। इस घटना को झांकी के रूप में ईसाई समाज के युवकों ने गुड फ्राइडे के अवसर पर एकत्रित अपने समुदाय के समक्ष प्रस्तुत किया और अपने अभिनय की प्रस्तुति से सबको भक्ति में भावुक कर दिए। चिलचिलाती धूप में खड़े रहकर और उपवास द्वारा विश्वासियों ने प्रभु यीशु के दुख में शामिल होने का एहसास किये। झांकी प्रस्तुत करने वालों में अमृत, अभिषेक, राजू, दीपेश, चंदन, राहुल, हिमांशु, अनमोल, अरविंद, जयप्रकाश, रोशन, रमेश, रंजीत, रौनक, नैना, अमीषा, मनीषा, निधि, शिखा आदि शामिल थे।

गुड फ्राइडे पर चर्च के प्रभारी पुरोहित फादर आनंद ने कहा कि येसु की मृत्यु सभी मानवता के लिए कृपा आशीष और मुक्ति का स्रोत बन गया है। ईश्वर होते हुए भी निष्पाप येसु ने अपने प्राण बलिदान अर्पित किया। जिसके माध्यम से सबों का कल्याण हो सके। इस कारण ही येसु की मृत्यु का दिन गुड है। वास्तव में यह पुण्य शुक्रवार है। उन्होंने यह भी बताया कि येसु की मृत्यु के बाद उन्हें कब्र में रखा गया था, जहाँ से वे तीसरे दिन जी उठे। इसलिए झाँकी के बाद क्रूस की उपासना की जाएगी।
झांकी का निर्देशन चंदेश्वर प्रसाद ने किया जबकि फोटोग्राफी की जिम्मेदारी अमित ने संभाली। गुड फ्राइडे का विशेष गायन गीत मंडली जयपाल, सिस्टर स्नेहा, सरीना, प्रीति, सिंथिया, अंतरीप, नीलिमा, जनिता, रेशमा, सुषमा, पिंकी ने गाकर समारोह को भक्ति में और भावपूर्ण बनाने में मदद किया। गुड फ्राइडे के धर्म विधि को श्रद्धेय फादर चार्ल्स ने अन्य पुरोहितों फादर आनंद, डोयनिक, जेम्स सरोज के साथ संपन्न किया।
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