बिहार से आने वाले ट्रकों से वसूली मामले में नरही थाना प्रभारी समेत नौ पुलिसकर्मियों को एडीजी वाराणसी ने किया सस्पेंड
बिहार से आनेवाले वाहनों से वसूली की शिकायत पर बुधवार की देर रात भरौली पहुंचे थे एडीजी वाराणसी पीयूष मोरडिया व डीआईजी आजमगढ़ वैभव कृष्ण




न्यूज़ विज़न। बक्सर
उत्तर प्रदेश के बलिया जिला अंतर्गत नरहीं थाना क्षेत्र में ट्रकों से वसूली केंद्र यूपी बिहार की सीमा स्थित भरौली चौराहा पर एडीजी वाराणसी पीयूष मोरडिया व डीआईजी आजमगढ़ वैभव कृष्ण ने बुधवार की देर रात में छापेमारी की। अधिकारियों ने यह कार्रवाई शराब, पशु तस्करी, लाल बालू तस्करी आदि की शिकायत पर की। मौके से अधिकारियों ने दो पुलिसकर्मी समेत 18 लोगों को हिरासत में ले लिया। छापे में मौके से 50 से अधिक मोबाइल, दर्जनों बाइक भी पुलिस ने कब्जे में लिया। छापेमारी के दौरान नरही थाना में घंटों तक डीआईजी, एसपी, एएसपी मौजूद रहे व कार्रवाई करने मे जुटे रहे।








एडीजी वाराणसी द्वारा किये गए इस कार्रवाई के दौरान थाना प्रभारी का कमरा सील कर दिया और पुलिसकर्मियों के बॉक्स को खंगाला। डीआईजी वैभव कृष्ण ने बताया कि छापे मे मौके से 37500 नगद बरामद हुआ है। साथ ही नरही थाना प्रभारी समेत नौ पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया गया है। उन्होंने कहा कि अवैध वसूली मे संलिप्तता मे कोरंटाडीह चौकी के प्रभारी समेत चौकी के सभी पुलिसकर्मियों को भी सस्पेंड किया गया है। अवैध वसूली मे कुल नौ पुलिसकर्मी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। दो सिपाही समेत 18 लोगों का चालान किया गया है।



जनपद में पुलिस की उगाही और वसूली का खेल कोई नया नहीं है, लेकिन पहली बार बलिया पुलिस के इस कारनामे से पूरा महकमा शर्मिंदा है। दरअसल डीआईजी आजमगढ़ और एडीजी वाराणसी की संयुक्त रेड में बलिया के नरही थाने को लेकर खुलासा ही ऐसा हुआ है। इसमें अब निलंबन और गिरफ्तारियों का दौर शुरू हो गया है। उत्तर प्रदेश के सीमावर्ती जिले बलिया में बिहार से आने वाले वाहनों से पुलिस खुल कर उगाही और वसूली का खेल करती है। अब तक यह बात केवल कही जाती थी, लेकिन अब डीआईजी आजमगढ़ और एडीजी वाराणसी की संयुक्त रेड में यह बात दस्तावेजों में आ गई है। बलिया पुलिस की इस हरकत से पूरा महकमा शर्मिंदा हो रहा है। अब खुद डीजीपी प्रशांत कुमार ने मामले को संज्ञान में लेते हुए एडीजी वाराणसी को आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए है।
बुधवार की देर रात एक साथ भरौली चेकपोस्ट, कोरंटाडीह पुलिस चौकी और नरही थाने में बनाई गई दबिश
डीआईजी आजमगढ़ वैभव कृष्णा के मुताबिक चार दिन पहले ऐसी जानकारी आई थी कि बलिया पुलिस के कुछ कर्मचारी भरौली चेकपोस्ट पर उगाही करते हैं। इसके लिए इन पुलिसकर्मियों की विधिवत ड्यूटी लगती है। इस इनपुट के बाद एडीजी वाराणसी और डीआईजी आजमगढ़ की संयुक्त टीम बनी और बुधवार की देररात एक साथ भरौली चेकपोस्ट, कोरंटाडीह पुलिस चौकी और नरही थाने में दबिश दी गई। इस दबिश में दोनों वरिष्ठ आईपीएस खुद भी मौजूद रहे।
थाना छोड़ भागे नरहीं थानेदार व कई पुलिस कर्मी
दोनों वरिष्ठ अधिकारियों ने इस रेड की इतनी गोपनीयता रखी कि इसकी सूचना एसपी बलिया को भी नहीं दी। इस रेड के दौरान भरौली चेकपोस्ट पर उगाही का खेल पकड़ा गया। वहीं चौकी में तो कोई नहीं था, लेकिन चौकी इंचार्ज थाने में नरहीं थाना प्रभारी के सामने उगाही का हिसाब देते देख लिए गए। जैसे ही पुलिसकर्मियों को पता चला कि डीआईजी और एडीजी की टीम ने रेड किया, सभी पुलिसकर्मी थाना छोड़ कर भागने लगे। नरही थाना प्रभारी तो सात फुट ऊंची थाने की चारदीवारी कूद कर फरार हो गए।

