दुनिया में एक चीज शेर से भी खतरनाक और डरावनी है वो है गरीबी और भूख, सर्कस के कलाकारों की यही है कहानी
19 मई को आखिरी शो दिखा अलविदा कर जायेंगे कलाकार, कूपन दिखा मिल रही है भारी छूट, 250 की टिकट 100 रु में




न्यूज़ विज़न। बक्सर
छोटा झूठ और खोटा पैसा कहा चलता है साहब, बड़े झूठ का जमाना है जो औरते अपने चेहरे पर बड़े झूठ का पेंट पावडर लगाती है उन्हें हसीन और नौजवान समझा जाता है। जो लोग पब्लिक से झूठ बोलते है वो नेता और लीडर कहलाते है व्यापर की दुनिया में जितना बड़ा झूठ उतना ज्यादा रुपैया है। ये डायलॉग मेरा नाम जोकर फिल्म में राजकपूर ने उस वक्त कहा जब जेमिनी सर्कस में झूठ बोलकर राजू ने अपनी जान की बाजी लगा दी थी। राजू ने कहा था दुनिया में एक चीज शेर से भी खतरनाक और डरावनी है वो है गरीबी और भूख हमें पैसा चाहिए था अपना और अपनी माँ का पेट भरने के लिए और बीमार माँ का इलाज करवाने के लिए। क्या करें वर्षों से शहर से शहर भटक रहा था मेरी माँ बीमार है। डॉ का फी देने के लिए पैसा नहीं था और कोई नौकरी देने के लिए तैयार नहीं सब यही कहते है हँसना हँसाना भी कोई काम है। जोकर बनना है तो सर्कस में जाओ। सच बात तो ये है साहब सच बात के लिए सर्कस के दरवाजे बंद थे। तो अंदर आने के लिए झूठ बोलना पड़ा।








सन 1970 में जब मेरा नाम जोकर फिल्म आया था उस वक्त सर्कस का काफी क्रेज था। सर्कस देखने के लिए अपार भीड़ होती थी। सर्कस आधारित फिल्म सुपर हिट हो गया था। उसके बाद 1989 में शाहरुख खान का सीरियल आया सर्कस काफी पॉपुलर हुआ। उसके बाद भी सर्कस कही भी लगता था काफी भीड़ होती थी लेकिन धीरे धीरे समय बदला और सर्कस से जानवरों को हटा दिया गया। उसके बाद मोबाईल का जमाना आ गया जिसके छोटे छोटे बच्चे आदि हो गए है।
महज 12 दिन रह गए शेष सर्कस, 19 मई को होगा आखिरी शो, जिसके बाद अब सिर्फ किताबों में पढ़ने को मिलेगी कहानी
शहर के बुनियादी विद्यालय के पीछे चल रहे ग्रेट जेमनी सर्कस शहर में लगभग 21 वर्ष बाद आया है जो अब बक्सर में महज 12 दिनों का मेहमान रह गया है। जिसमे लगभग 70 कलाकार कार्य करते है जो अपनी कला से लोगों का मनोरंजन करते है। इसमें आठ साउथ अफ्रीका के भी कलाकार है। जो अपना अपनी परिवार का पेट भरने के लिए लोगों मनोरंजन करते है। लेकिन दर्शकों की उदासीनता की वजह से अब हो सकता है ये सर्कस अब जिले के लिए आखिरी सर्कस का शो होगा। जिसके बाद अब सिर्फ मोबाइलों में या फिर किताबों में सर्कस की कहानी पढ़ने को मिलेगी।
बक्सर में ग्रेट जेमनी सर्कस का अंतिम शो 19 मई को दिखाया जायेगा। वही आखरी 15 दिनों के लिए सर्कस देखने लिए कूपन स्कीम लाया गया है। जो की जिले के स्कूल और कोचिंग के छात्र छात्रों के लिए हर स्कूल कोचिंग में उपलब्ध करवाने का प्रयास किया जा रहा है। इस सम्बन्ध में जानकारी देते हुए ग्रेट जैमिनी सर्कस के प्रबंधक वेन्यू नायर ने बताया की ग्रेट जेमनी सर्कस का कूपन स्कूल, कॉलेज, कोचिंग के बच्चों के बीच वितरण किया जा रहा है और विभिन्न न्यूज़ पेपर और न्यूज़ पोर्टल के साथ वाट्सअप ग्रुप में कूपन शेयर किया गया है जिसे दिखाकर छूट मिल रहा है। जिसके पास कूपन होगा उन्हें डिस्काउंट रेट 250 व 150 रुपये की जगह महज 100 रुपये में मिल जायेगा और सर्कस देख सकेंगे। वही उन्होंने बताया की एक बच्चे का पास अगर एक कूपन है तो उस कूपन को दिखा परिवार के पांच सदस्य तक 500 रुपये में पांच टिकट लेकर 250 रुपये वाली गैलरी में बैठ सकते है। वही 80 रुपये का टिकट कूपन दिखाकर 60 रुपये में ले सकते है। कूपन आपके मोबाईल के ग्रुप में भी होगा तो दिखाकर सर्कस का आनंद ले सकते है। इसके साथ ही उन्होंने कहा की अब महज कुछ दिनों का बक्सर शहर में ग्रेट जेमनी सर्कस मेहमान रह गया है इसलिए जो भी कलाकारों की कला से प्रेम करते है जरूर अपने परिवार के साथ आकर सर्कस देखे और यादगार बनाये। स्कीम के तहत पहले आइये पहले सीट पाइये।

