संत मेरी स्कूल में दूसरे दिन आध्यात्मिक साधना में कृपा, आनन्द और समद्धि की हुयी प्रार्थना




न्यूज़ विज़न। बक्सर
सन्त मेरीस कथीड्रल नई बाजार में चल रहे तीन दिवसीय आध्यात्मिक साधना के दूसरे दिन भी कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसका संचालन डिवाइन आश्रम, हजारीबाग के सदस्यों द्वारा किया जा रहा है। वही साधना के दौरान उपदेश देने वाले मुख्य पुरोहित फादर देवसी एवं फादर सेबास्टीन हैं। कार्यक्रम में सैकड़ों की संख्या में साधना में भाग लेने वाले श्रद्धालुओं को बाइबिल का पाठ कराया जा रहा है।








येसु के जीवन, उनके द्वारा किया गया चमत्कार, उनका उपदेश एवं शिक्षा की व्याख्या करते हुए, श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक जीवन जीने के लिए, समाज के उत्थान के लिए समर्पित रहने के लिए धर्म शिक्षा दी जा रही है। हजार दिनों तक और कहीं रहने की अपेक्षा, प्रभु के चरण में जीवन विताना उत्तम है। प्रभु येसु ने कहा है, “मे संसार के अन्त तक सदा तुम्हारे साथ हूँ”। इसी बात को प्रत्येक श्रद्धालु को जीने के लिए प्रेरित किया गया। आदर्श समाज के निर्माण में प्रत्येक व्यक्तियों की जिम्मेदारी और कर्तव्य पर भी येसु के जीवनी के आधार पर शिक्षा दी गई।



बहन रश्मि, अपनी मधुर एवं भक्तिमय गीतों द्वारा श्रद्धालुओं को मुग्ध कर रही हैं और प्रभू प्रेम और आनन्द के गीतों को सुनाकर, आध्यात्मिकता में प्रेरित कर रही है। साथ ही, बहन प्रफुल्लित एवं बहन राज किशोरी की मध्यस्थ प्रार्थना भी लोगों को प्रेरित कर रहा है। तीन दिवसीय साधना में प्रत्येक दिन शाम 5 बजे मिस्सा बलिदान भी आयोजित है, जो आर्च बिशप सेबास्टियन कल्लूपुरा (पटना महाधर्मप्रान्त), सेवामुक्त आर्चविशप विलियम डिसूजा (पटना महावर्मप्रान्त) एवं विशप जेम्स शेखर के कर कमलों द्वारा कराया जा रहा है। प्रत्येक दिन, मिस्सा बलिदान के बाद आध्यात्मिक सावना के विशेष यूखरिस्तीय आराधना द्वारा विशेष प्रार्थना भी होती है।
26 नवम्बर सुबह 11 बजे समापन समारोह के साथ शान्ति जुलूस चर्च की परिक्रमा करते हुए किया जाएगा। आध्यात्मिक साधना के आयोजन में फादर अनिल क्रूस (सन्त मेरीस कथीइल के प्रभार पुरोहित), फादर भास्कर, फादर लूर्दू, फादर दोमनिक, फादर मनोज, फादर प्रताप, सिस्टर संध्या, स्मिता, जसिन्ता, अनुरंजन, चन्देश्वर, अजय, संगीता एवं अन्य मौजूद थे। गीत संचालन में सिस्टर स्नेहा, जयपाल, अभिषेक, प्रेम, सुष्मा, दीपक एवं अन्य शामिल थे।

