ढाई क्विंटल पंचामृत से मामा जी महाराज के पादुका अभिषेक के साथ संपन्न हुआ 16 वां प्रिया-प्रियतम मिलन महोत्सव




न्यूज़ विज़न। बक्सर
पूज्य संत श्री नारायण दास भक्तमालि उपाख्य मामाजी महाराज की पुण्य स्मृति में चल रहे 16वे श्री प्रिया-प्रियतम मिलन महोत्सव,मामाजी महाराज को श्रद्धा-सुमन अर्पण एवं समष्टि भण्डारा के आज संपन्न हो गया।








शहर के नया बाजार स्थित श्री सीताराम विवाह महोत्सव आश्रम में विगत 20 फरवरी से प्रारंभ 16 वां श्री प्रिया-प्रियतम मिलन महोत्सव के अंतिम दिन मंगलवार को श्री मामा जी महाराज की पुण्यतिथि के अवसर पर आश्रम परिसर स्थित उनके विग्रह एवँ पादुका का विधि विधान से पूजन अर्चन किया गया।तत्पश्चात संतो भक्तो की उपस्थिति में ढाई क्वींटल पंचामृत से श्री मामा जी महाराज के पादुका का अभिषेक किया गया। कार्यक्रम में सर्वप्रथम अयोध्या से पधारे पूज्य संत लक्ष्मण किलाधिश श्री मैथिली रमन शरण जी महाराज के द्वारा पादुका का अभिषेक किया गया तत्पश्चात उपस्थित सभी प्रमुख संत महात्माओं एवं भक्तो ने श्री मामा जी महाराज के पादुका का अभिषेक कर उनकी पुण्य स्मृति को नमन करते हुए श्रद्धा-सुमन अर्पित किया। इस अवसर पर लक्ष्मण किलाधिश श्री मैथिली रमण शरण जी महाराज ने मामा जी की पुण्य स्मृतियों को नमन करते हुए कहा कि मामा जी महाराज उच्च कोटि के संत थे। उन्होने मामा जी को कलियुग का विश्वामित्र बताते हुए कहा कि उन्होने वर्तमान युग में बक्सर की प्रतिष्ठा को विश्व पटल पर स्थापित किया। मामाजी महाराज संत समाज अत्यंत प्रतिष्ठित थे। उनकी सहजता सरलता सबको मोहित कर लेती थी।


इस अवसर पर बसांव पीठाधीश्वर श्री अच्युतप्रपन्नाचार्य जी महाराज,श्री राजगोपालाचार्य त्यागी जी महाराज,श्री अनुग्रह नारायण दास जी,कथा व्यास डॉ.पुण्डरिक शास्त्री जी,आश्रम के महंत राजाराम शरण जी महाराज सहित कई संत महात्माओं ने मामा जी महाराज के साथ अपने संस्मरणो को साझा किया। मामा जी महाराज की पुण्यतिथि के अवसर पर आश्रम परिसर में आयोजित समष्टि भण्डारे में बडी संख्या में भक्तो ने प्रसाद ग्रहण किया। इस अवसर पर आर एस एस के प्रांत कार्यवाह राजेन्द्र प्रसाद, भाजपा के प्रदेश मंत्री संतोष रंजन राय, डॉ.राजेश सिन्हा, रामनाथ ओझा, प्रेम मिश्रा, झब्बू राय, एस एन पाण्डेय, सुनील सहाय, दीपक यादव, मुकुल राय, सुनील राय, नीतीश कुमार, राजीव राय, डॉ.रमेश कुमार सहित बडी संख्या लोग उपस्थित रहे।

