चौसा थर्मल पावर प्लांट पर किसानो और प्रशासन के बीच हुयी झड़प, सदर डीएसपी भी हुए चोटिल




न्यूज़ विज़न। बक्सर
जिले के चौसा थर्मल पावर प्लांट गेट पर 11 सूत्री मांगों को लेकर किसानों का चल रहे धरना को बुधवार के दिन प्रशासनिक अधिकारी एवं पुलिस बल के जवान भारी संख्या में पहुंचकर किसानों को धरना स्थल से हटाने का प्रयास किया। इसी बात को लेकर प्रदर्शनकारी किसान एवं पुलिस बलों के बीच हुई झड़प में सदर डीएसपी के साथ कई किसान एवं पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं।










ज्ञात हो की पिछले कई दिनों से थर्मल पावर प्लांट के मुख्य गेट पर किसान अपनी 11 सूत्री मांगों को लेकर दिन-रात धरने पर बैठे हुए हैं। जिसको लेकर पटना उच्च न्यायालय के तरफ से जारी निर्देश के बाद एसडीएम धीरेंद्र मिश्र ने धारा 144 को लगाते हुए वहां धरना नहीं देने के लिए निर्देश दिया था। बावजूद किसान अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे हुए थे। इसी आदेश को पालन करने के लिए प्रशासनिक अधिकारी पुलिस बल के जवानों के साथ पहुंचकर प्रदर्शनकारी किसानों को गेट के पास से हटाने का प्रयास किया। जिससे किसान काफी उग्र हो गए और पत्थर फेंकने लगे। जिसके जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी लाठियां भांजना शुरू कर दिया। जिसमें कई किसान चोटिल होकर गिर पड़े। पत्थर बाजी से कई पुलिस कर्मी भी घायल हो गए। इस झड़प के बाद किसानों ने पुलिस की एक गाड़ी में आग भी लगा दिया है। धरना स्थल पर स्थिति काफी तनावपूर्ण हो गई है।
विदित हो कि कंपनी की शिकायत पर हाईकोर्ट ने मामले को संज्ञान में लिया था. चौसा में चल रहे निर्माणाधीन पावर प्लांट के मुख्य गेट पर काम प्रभावित न हो इसके लिए प्रशासन को समन्वय स्थापित करने के लिए निर्देश दिया था। इसके बाद से जिला के वरीय अधिकारियों कंपनी के अधिकारी एवं किसानों के साथ कई बार सकारात्मक पहल करने के लिए बैठक की गई। फिर भी बात नहीं बनी। फिलहाल शांति व्यवस्था कायम करने के लिए मुफस्सिल, राजपुर एवं कई थानों की पुलिस वहां कैंप कर रही है।

