अयोध्या के नवनिर्मित मंदिर में रामलला के विराजमान होने से बिहार में उत्सव का माहौल : अश्विनी चौबे
केंद्रीय मंत्री ने नगर भ्रमण कर 22 जनवरी को अपने घरों में श्री राम ज्योति दीप जलाने का आग्रह किया




न्यूज़ विज़न। बक्सर
अयोध्या में रामलला के विराजमान होने से बिहार में विशेष उत्साह का माहौल है। इसे उत्सव के रूप में श्रीराम कर्मभूमि न्यास सिद्धाश्रम मनाने जा रहा है। भगवान श्रीराम की प्रथम कर्मभूमि बक्सर रहा है। मिथिलांचल में उनकी माता जानकी से शादी हुई थी। साथ ही भागलपुर अंग क्षेत्र से श्रृंगेरी ऋषि यज्ञ कराने अयोध्या गए थे। जिसके परिणाम स्वरूप भगवान श्रीराम का आविर्भाव हुआ था। उक्त बातें मंगलवार को केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने शहर के रामरेखा घाट पर कहा।










इन सभी बातों को ध्यान में रखकर न्यास द्वारा “श्रीराम अभ्युदय यात्रा” व “श्रीराम आविर्भाव यात्रा” का शुभारंभ बिहार से किया जा रहा है, जो 13 जनवरी को अयोध्या पहुँचेगी। 11 जनवरी को यह कहलगांव भागलपुर से शुरू होकर प्रमुख मंदिरों व नदियों से मिट्टी व जल लेकर बक्सर पहुँचेगी। इसमें भगवान श्रीराम जहाँ जहाँ बिहार में गए हैं, उन प्रमुख स्थानों पर जाएगी। साथ ही अयोध्या में 14 लाख रंगीन दीयों से पराक्रमी श्रीराम व मंदिर का निर्माण होगा, जो विश्व कीर्तिमान का प्रयास होगा।
केंद्रीय मंत्री श्री चौबे ने कहा कि यात्रा नगर सहित पंचकोशी का भी भ्रमण करेगी। इसके पहले श्री चौबे ने रामेश्वर नाथ मंदिर में पूजा अर्चना की। इसके उपरांत रामरेखा घाट की सफाई की। उन्होंने कहा कि जहाँ स्वच्छता वहां ईश्वर का वास होता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छता का आह्वान किया है। अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला नए मंदिर में विराजमान होंगे। देश व विदेश में उत्सव का माहौल है। उन्होंने आह्वाहन करते हुए अपने आसपास के मंदिरों को स्वच्छ करें व उत्सव मनाएं। इसके उपरांत उन्होंने बक्सर नगर में भ्रमण कर अक्षत के साथ लोगों को रामलला के अयोध्या में विराजमान होने का निमंत्रण पत्र देकर सभी से अपने घरों में 22 जनवरी को श्री राम ज्योति दीप जलाने का आग्रह किया।

