RELIGION

भागवत कथा मनुष्य केे सम्पूर्ण कलेश को दूर कर भक्ति की ओर अग्रसर करती है : आचार्य रणधीर ओझा

 इटाढ़ी प्रखंड के बिझौरा गॉव में दुर्गा पूजा सेवा समिति के द्वारा आयोजित किया गया है श्रीमद्भागवत कथा 

न्यूज़ विज़न।  बक्सर 
भागवत कथा में जीवन का सारा तत्व मौजूद है आवश्यकता है निर्मल मन और स्थिर चित्त के साथ कथा श्रवण करने की। भागवत श्रवण से मनुष्य को परमानन्द की प्राप्ति होती है प्रेतयोनी से मुक्ति मिलती है, चित्त की स्थिरता के साथ ही श्रीमदभागवत कथा सुननी चाहिए। मनुष्य केे सम्पूर्ण कलेश को दूर कर भक्ति की ओर अग्रसर करती है।  उक्त बातें जिले के इटाढ़ी प्रखंड क्षेत्र के बिझौरा गॉव में दुर्गा पूजा सेवा समिति के तत्वाधान में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के पहले दिन भक्तमाली मामाजी महाराजके कृपापात्र आचार्य श्री रणधीर ओझा ने कहा।  

उन्होंने कहा कि बिनु परतीती होई नहीं प्रीति अर्थात माहात्म्य ज्ञान के बिना प्रेम चिरंजीव नहीं होता, अस्थायी हो जाता है। धुंधकारी चरित्र पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आत्मसात कर लेें तो जीवन से सारी उलझने समाप्त हो जाएगी। द्रौपदी, कुन्ती महाभागवत नारी है। कुन्ती स्तुति को विस्तारपूर्वक समझाते हुए परीक्षित जन्म एंव शुकदेव आगमन की कथा सुनाई। पश्चात गौकर्ण की कथा सुनाई गई। ओझा जी महाराज ने कहा कि भगवान की लीला अपरंपार है। वे अपनी लीलाओं के माध्यम से मनुष्य व देवताओं के धर्मानुसार आचरण करने के लिए प्रेरित करते हैं।

उन्होंने अच्छे और  बुरे कर्मो की परिणिति को विस्तार से समझाते हुए आत्मदेव के पुत्र धुंधकारी ओर गौमाता के पुत्र गोकरण के कर्मो के बारे में विस्तार से वृतांत समझाया ओर धुंधकारी द्वारा एकाग्रता पूर्ण भागवत कथा श्रवण से प्रेतयोनी से मुक्ति बताई तो वही धुंधकारी की माता द्वारा संत प्रसाद का अनादर कर छल.कपट से पुत्र प्राप्ती ओर उसके बुरे परिणाम को समझाया। मनुष्य जब अच्छे कर्मो के लिए आगे बढता है तो सम्पूर्ण सृष्टि की शक्ति समाहित होकर मनुष्य के पीछे लग जाती है और हमारे सारे कार्य सफल होते है। ठीक उसी तरह बुरे कर्मो की राह के दौरान सम्पूर्ण बुरी शक्तियॉ हमारे साथ हो जाती है। इस दौरान मनुष्य को निर्णय करना होता कि उसे किस राह पर चलना है। छल ओर छलावा ज्यादा दिन नहीं चलता। छल रूपी खटाई से दुध हमेशा फटेगा। छलछिद्र जब जीवन में आ जाए तो भगवान भी उसे ग्रहण नहीं करते है- निर्मल मन प्रभु स्वीकार्य है। छलछिद्र रहित ओर निर्मल मन भक्ति के लिए जरूरी है।

कथा के दौरान दुर्गा पूजा सेवा समिति के अध्यक्ष राधेश्याम राय ने बताया कि कथा श्रवण करने के लिए ग्रामीणों कि भारी संख्या में श्रद्धालु आ रहे है । कार्यक्रम को सफल बनाने में अरविंद चौधरी, उपेंद्र रजक, अक्षय कुमार, चूमन कुमार, विक्की सेठ, विनोद कुमार, पुतुल सिंह ,संजीव चौधरी बढ़ चढ़ कर हिस्सा ले रहे है ।

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