मनुष्य के जीवन में अच्छे व बुरे दिन प्रभु की कृपा से ही आते हैं : रामचंद्राचार्य जी महाराज




न्यूज़ विज़न। बक्सर
शहर के चरित्रवन लक्ष्मी नारायण मंदिर के परिसर में त्रिदंडी स्वामी की पुण्य तिथि पर चल रहे श्रीमद्भागवत कथा के पांचवे दिन सोमवार को श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया। जन्म होते ही भजन भाव पर भक्त जमकर झूमने लगे।











वही कथा के दौरान अनन्त विभूषित जगद्गुरु रामानुजाचार्य पुष्कर पीठाधीश्वर स्वामी रामचंद्राचार्य जी महाराज ने कहा कि मनुष्य के जीवन में अच्छे व बुरे दिन प्रभु की कृपा से ही आते हैं। जिस समय भगवान कृष्ण का जन्म हुआ, जेल के ताले टूट गये। पहरेदार सो गये।वासुदेव व देवकी बंधन मुक्त हो गए। प्रभु की कृपा से कुछ भी असंभव नहीं है। कृपा न होने पर प्रभु मनुष्य को सभी सुखों से वंचित कर देते हैं। भगवान का जन्म होने के बाद वासुदेव ने भरी जमुना पार करके उन्हें गोकुल पहुंचा दिया। वहां से वह यशोदा के यहां पैदा हुई शक्तिरूपा बेटी को लेकर चले आये। कृष्ण जन्मोत्सव पर नंद के घर आनंद भयो जय कन्हैया लाल की गीत पर भक्त जमकर झूमे। पुष्कर पीठाधीश्वर महाराज ने कहा कि कंस ने वासुदेव के हाथ से कन्य रूपी शक्तिरूपा को छीनकर जमीन पर पटकना चाहा। तब वह कन्या राजा कंस के हाथ से छूटकर आसमान में चली गई। शक्ति रूप में प्रकट होकर आकाशवाणी करने लगी कि कंस, तेरा वध करने वाला पैदा हो चुका है भयभीत कंस खीजता हुआ अपने महल की ओर लौट गया। श्रीकृष्ण जन्मोत्सव पर मंदिर के महंत स्वामी राजगोपालाचार्य जी महाराज त्यागी स्वामीजी व योगेंद्र चौबे सहित अन्य श्रद्धालु उपस्थित थे।

