सरकारी कर्मी का दर्जा समेत पांच सूत्री मांगो को लेकर आंगनबाड़ी सेविका सहायिकाओ का अनिश्चितकालीन हड़ताल
बंद रहे जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्र, बच्चों की पढाई और पोषाहार ठप




न्यूज़ विज़न। बक्सर
पांच सूत्री मांगो को लेकर राज्यव्यापी आंदोलन के तहत बिहार राज्य आंगनबाड़ी संयुक्त संघर्ष समिति के तत्वाधान में जिलेभर की आंगनबाड़ी सेविका सहायिका शुक्रवार से हड़ताल पर चली गयी है। इस दौरान अपनी मांगो को लेकर जिले के सभी प्रखंड मुख्यालयों पर धरना प्रदर्शन आयोजित कर नारेबाजी की। वही आंगनबाड़ी केंद्र बंद होने की वजह से आंगनबाड़ी में पढ़ने वाले बच्चो के अभिभावकों के लिए समस्या उत्पन्न हो गयी है।
सदर प्रखंड पर आयोजित प्रदर्शन के दौरान अध्यक्ष पूनम चौबे ने कहा की बिहार सरकार द्वारा अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि 10000 सुनिश्चित किया जाय। सुप्रीम कोर्ट का आदेश के अलोक ंमें बिहार में भी ग्रेच्युटी भुगतान करना सुनिश्चित किया जाय। केंद्र सरकार द्वारा सरकारी कर्मचारी का दर्जा देते हुए क्रमशः ग्रेड सी और ग्रेड डी में समायोजित किया जाय। जबतक सरकारी कर्मचारी का दर्जा प्राप्त नहीं हो जाता है तबतक सेविकाओं को 25000 और सहायिकाओं को 18000 प्रतिमाह मानदेय राशि दी जाय। योग्य सहायिका से सेविका में बहाली हेतु अतिरिक्त 10 अंक बोनस देने का प्रावधान को लागु किया जाय। एवं सेविका से पर्यवेक्षिका तथा सेविका / सहायिका के रिक्त सभी पदों पर अभिलम्ब बहाली सुनिश्चित की जाय। 16 मई 2017 एवं 20 जुलाई 2022 के समझौते के लंबित मांगो को लागु किया जाय। वही उन्होंने कहा की हमारी मांगे पूरी होने तक आंगनबाड़ी का कार्य पूरी तरह ठप रहेगा।
सचिव पुष्पा कुमारी ने कहा की सरकार बार बार हमलोगो के साथ धोखा करती है जब भी हमलोग आंदोलन करते है तो कहा जाता है की आपलोगो की मांगो पर विचार किया जायेगा लेकिन कोई भी मांग पूरा नहीं होता है, बिहार सरकार द्वारा चुनाव कार्य के आलावा अनेको कार्यो को हमलोगो के मध्यमा से करवाया जाता है। धरना में पुष्पा देवी, निशा चौहान, अनीता देवी, नीतू कुमारी, शिला चौबे, शोभा चौबे, सुनीता देवी समेत सैकड़ो आंगनबाड़ी सेविका सहायिका मौजूद रही।

