भूमि पूजन के साथ चौसा युद्द स्थली को पर्यटन के रूप में विकसित करने का कार्य हुआ आरम्भ
लगभग चार करोड़ की लागत से शेरशाह युद्धस्थली का किया जाना है सौदर्यीकरण




न्यूज़ विज़न। बक्सर
जिले के चौसा स्थित ऐतिहासिक चौसा युद्ध स्थली का कायाकल्प की प्रक्रिया सोमवार को भूमि पूजन के साथ आरम्भ हो गई। जिला मुख्यालय से 10किमी. पश्चिम चौसा अवस्थित शेरशाह की शौर्य स्थली को ग्रामीण पर्यटन स्थल के रूप में डेवलप किया जा रहा है। यहाँ पर 26जून 1539 में मुगल बादशाह हुमायूं और अफगान शासक शेरशाह के मध्य युद्ध हुआ था। जिसका विकास व सौदर्यीकरण राज्य पर्यटन विभाग द्वारा कराया जा रहा है।








सोमवार को चौसा की नगर पंचायत की चेयमैन किरण देवी द्वारा भूमि पूजन व नारियल फोड़ कर सौंदर्यीकरण निर्माण कार्य की शुरूआत की गई। राज्य पर्यटन विकास निगम द्वारा तीन करोड़ नवासी लाख सतहत्तर हजार की राशि से ऐतिहासिक चौसा लड़ाई मैदान के विकास व सौदर्यीकरण के लिए राशि स्वीकृत की गयी है। जिसमें प्रथम किश्त के रूप में एक करोड़ 94 लाख अठासी हजार पांच सौ रुपये की राशि से चौसा गढ़ को डेवलप किया जा रहा है। इस राशि से चौसा गढ़ की चहारदीवारी का जीर्णोद्धार, टिकट रूम, शौचालय, मुक्त खड़े चबूतरे का कार्य, मुख्य द्वार व पिछला द्वार, पार्क का जीर्णोद्धार, कंक्रीट सड़क, लैंड स्केपिंग, गुड अर्थ, सैंड स्टोन से पाथवे, पार्क में दस बेंच तथा 35 सोलर लाइट इत्यादि लगायी जानी है।


जनवरी 2025 तक बदल जायेगा चौसा गढ़ का नजारा
ज्ञाता हो की विगत जनवरी माह में समाधान यात्रा के दौरान बक्सर पहुंचे मुख्यमंत्री को चौसा नगर पंचायत के चेयरमैन किरण देवी ने शेरशाह-हुमायूं की चौसा युद्ध स्थली के सौदींकरण के साथ पर्यटन स्थल घोषित करने के लिए पत्र के माध्यम से ज्ञापन दिया था। साथ ही राज्यपाल से भी मुलाकात कर उन्होंने ज्ञापन के माध्यम से विकास व पर्यटन स्थल घोषित करने की मांग की गयी थी। जिसके उपरांत मई माह में कैबिनेट की बैठक में इस स्थल के विकास के लिए प्रस्तावित की गयी, जून माह विकास के लिए राज्य पर्यटन विभाग से मंजूरी भी दे दी गयी। इसके लिए प्रथम किश्त का एलाटमेंट भी कर दिया गया। निर्माण की अवधि 12 माह में ऐतिहासिक मैदान का कायाकल्प बदल दिया जाना है।
मुख्यमंत्री, राज्यपाल और उपमुख्यमंत्री को पत्र देकर विकसित करने के लिए नप अध्यक्षा द्वारा किया गया था पहल
चेयरमैन किरण देवी ने विकास व सौदर्यीकरण के तहत प्रथम किश्त के तहत चौसा गढ़ पर निर्माण कार्य प्रारंभ होने पर खुशी जताते हुए कहा कि वर्षों से उपेक्षित ऐतिहासिक स्थल का कायाकल्प बदल जायेगा, इतिहास पढ़कर आने वाले अब पर्यटक निराश हो अब वापस नहीं जायेंगे। वही आनेवाले दिनों में यहाँ आनेवाले पर्यटकों की संख्या में भी वृद्धि होगी। उन्होंने बताया कि जनवरी माह में बक्सर पहुंचे समाधान यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौपा गया था। अप्रैल माह में राज्यपाल से मिलकर पर्यटन स्थल घोषित किये जाने के लिए ज्ञापन दिया गया था। फिर इसके बाद उप मुख्यमंत्री सह पर्यटन मंत्री तेजस्वी यादव से भी चौसा युद्ध स्थली के विकास को लेकर मांग पत्र दिया गया था। अब चौसा गढ़ का पर्यटन के तौर पर विकसित होने से क्षेत्र के लोगों में विकास के प्रति आस जगी है। ऐतिहासिक चौसा गढ़ को पर्यटन स्थल के रूप डेवलप कराने के निर्णय को लेकर राज्यपाल, मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री को बधाई दी है। भूमि पूजन के मौके पर पूर्व जिप सदस्य डॉ. मनोज कुमार यादव, उपचेयरमैन प्रतिनिधि बॉक्सर विकास राज, वार्ड पार्षद ललिता देवी, चंदन चौधरी, काजू मिश्रा, दिनेश सिंह, अशोक सिंह, बिजय यादव सहित कई अन्य प्रतिनिधि और नगरवासी मौजूद रहे।

