बक्सर की पहचान ऐतिहासिक एवं धार्मिक दृष्टिकोण से अलग है, यहां कृषि और उद्योग की आपार संभावना है – राजेश कुमार
बैंक ऑफ इंडिया द्वारा आयोजित लोन मुक्ति मेला में पहुंचे थे आंचलिक प्रबंधक सह उप महाप्रबंधक राजेश कुमार




न्यूज विजन | बक्सर
बक्सर की पहचान ऐतिहासिक एवं धार्मिक दृष्टिकोण से अलग है। यहां कृषि और उद्योग की आपार संभावना है। उक्त बाते बृहस्पतिवार को शहर के मेन रोड स्थित बैंक ऑफ इंडिया द्वारा आयोजित लोन मुक्ति मेला के दौरान आंचलिक प्रबंधक सह उप महाप्रबंधक राजेश कुमार ने कहा। उन्होंने कहा कि बक्सर उत्तर प्रदेश एवं बिहार का बॉर्डर है। रेल मार्ग तो था, लेकिन सड़क मार्ग की स्थिति काफी दयनीय थी। आज सड़क मार्ग से महज ढ़ाई घंटे की सफर कर पटना से बक्सर पहुंच जा रहे हैं। बक्सर के औद्योगिक एवं आर्थिक विकास में बैंक ऑफ इंडिया हर सहयोग करने को तैयार है।
उन्होंने कहा कि यहां पर बैंक ऑफ इंडिया 50 साल से भी अधिक समय से काम करते हुए ग्राहकों को बेहतर सेवा प्रदान कर रहा है। यहां 7 ऑफिसर और दर्जनों बैंक कर्मी काम कर रहे हैं। बक्सर में औद्योगिक विकास हो सकता है। नवीन दौर में बक्सर और आगे बढ़े इसके लिए बैंक ऑफ इंडिया अपनी हिस्सेदारी सुनिश्चित करेगा। यहां धान की अच्छी पैदावार होती है। अन्य जगहों की तरह इंडिया गेट, दावत जैसे ब्रांड की तरह यहां भी सोनाचूर आदि किस्म की चावल की ब्रांडिंग की जा सकती है। हर क्षेत्र में बक्सर का आर्थिक विकास हो इसके लिए हम सहयोग करने को तैयार हैं। लोन योजना का फायदा उठाएं और समय पर चुकाएं। लोन चुकाने और लोन देने में आरबीआई के नियमों के आलोक में ग्राहकों को लाभ दिया जाएगा। छोटे, बड़े और मझोले किसानों को हम फाइनेंस करेंगे।
उन्होंने साइबर क्राइम पर चर्चा की। इससे बचने के लिए लोगों को जागरूक करना होगा। कोई भी अपने एटीएम या अन्य गोपनीय पीन को किसी के साथ ही शेयर नहीं करें। अंजान लिंक को शेयर करने से बचे। कई दफे बैंक का अफसर बनकर साइबर क्राइम करने वाले फोन करते हैं। उनके फेरे में नहीं पड़े। इसकी सूचना थाना और संबंधित बैंक को भी दें। अगर आपके साथ कोई गलत या फ्राड होता है तो इसकी सूचना बैंक को दें। बैंक हर संभव मदद करेगा। मौके पर मुख्य शाखा प्रबंधक दिग्विजय कुमार सिंह, प्रबंधक पंकज कुमार सिंह, रयासत हुसैन अंसारी समेत अन्य बैंक कर्मी मौजूद थे।

