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पटना सिविल कोर्ट में ट्रांसफार्मर बलास्ट में अधिवक्ता की मौत पर अधिवक्ताओं ने जताया आक्रोश, विभाग की लापरवाही से हुई घटना

न्यूज विजन। बक्सर
गुरुवार को युवा अधिवक्ता कल्याण समिति संघर्ष मोर्चा के प्रदेश संयोजक डॉ मनोज कुमार यादव के अध्यक्षता में पटना सिविल कोर्ट में ट्रांसफार्मर ब्लास्ट की घटना पर बक्सर सिविल कोर्ट के मुख्य द्वार पर जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष बबन ओझा एवं सचिव पप्पू पांडे के उपस्थिति में आक्रोश प्रदर्शन किया गया ।

 

प्रदर्शन के  पश्चात संबोधित करते हुए डॉक्टर मनोज कुमार यादव(अधिवक्ता) ने कहा कि दिवंगत अधिवक्ता देवेंद्र कुमार एवं अन्य घायल अधिवक्ताओं ने ट्रांसफार्मर रिसाव की सूचना बिजली विभाग के वरीय अधिकारियों को भी दी थी। घोर लापरवाही के चलते इस तरह की घटना हुई है।इसके लिए प्रशासन एवं बिजली विभाग के पदाधिकारी दोषी हैं। इनके ऊपर प्राथमिकी दर्ज करने की कार्रवाई होनी चाहिए। डॉ यादव ने कहा कि अधिवक्ता दूसरे के न्याय के लिए लड़ाई लड़ते हैं और उनको बैठने का जगह बिहार की निरंकुश सरकार ने आज तक बैठने, पेयजल की समुचित व्यवस्था, शौचालय की व्यवस्था एवं सुरक्षा की व्यवस्था आज तक नहीं की। साथ ही इसके लिए अधिवक्ता के नाम पर चुनाव जीत कर जाने वाले स्टेट बर काउंसिल एवं बार काउंसिल ऑफ इंडिया के मेंबर भी उतना ही जिम्मेवार है की वेलफेयर का पैसा देने के बावजूद भी बैठने एवं अन्य सुख सुविधा के खिलाफ किसी प्रकार का आंदोलन बिहार की सरकार एवं भारत की सरकार से आज तक नहीं की।

उन्होंने कहा की आ पूर्व से लंबित अधिवक्ताओं की माँग पूरी नहीं होगी तो चरणबद्ध तरीके से आंदोलन की जाएगी।प्रदर्शन को संबोधित करते हुए अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष बनन ओझा ने कहा कि दिवंगत परिवार को एक करोड़ रूपया एवं सरकारी नौकरी मिलनी चाहिए। अंत में दिवंगत अधिवक्ता एवं मुंशी के आत्मा के शांति के लिए दो मिनट का शोक रखा गया। प्रदर्शन में भाग लेने वाले मुख्य रूप से सचिव बिंदेश्वरी पांडे उर्फ पप्पू पांडे, अधिवक्ता सरोज उपाध्याय, सैयद वसीम, नोटरी सह अधिवक्ता राम लखन पाल, रवि कुमार सिन्हा, राजेश रंजन सहाय, शमशाद खान, तेज प्रताप सिंह छोटे, शशिभूषण श्रीवास्तव, मनोज श्रीवास्तव, कृष्ण मुरारी प्रसाद, चन्द्रविजय कुमार, विनीत कुमार वर्मा, मनोज कुमार सिंह, शिवजी लाल, जयप्रकाश चौबे, रामेश्वर प्रसाद वर्मा, अजय कुमार पांडेय, भीम प्रसाद, सुरेंद्र कुमार सिंह सहित सैकड़ों के संख्या में अधिवक्तागण शामिल रहे।

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