डॉ ज़ुबैर अहमद फरीदी दर्द एवं पत्रकार मंगलेश तिवारी के माता जी के निधन पर साहित्यकारों ने आयोजित की शोकसभा




न्यूज़ विज़न। बक्सर
मंगलवार को शहर के जाने माने गजल के बादशाह जनाब डॉ जुबैर अहमद फरीदी दर्द एवं पत्रकार मंगलेश तिवारी के माता जी के निधन उपरांत एक शोक सभा का आयोजन साहित्यकार शिव बहादुर पांडेय प्रीतम के आवास पर उन्हीं की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ।








शोक सभा में रामेश्वर प्रसाद वर्मा, डॉ तनवीर फरीदी, तथा उनके भाई, महेश्वर ओझा महेश, जनाब नैयर आलम, शशि भूषण मिश्र, अतुल मोहन प्रसाद, डॉ ओमप्रकाश केसरी पवन नन्दन, सुनील मिश्रा, रामेश्वर मिश्र, विहान इत्यादि लोग उपस्थित रहे। उपस्थित लोगों ने दिवंगत दर्द जी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर विस्तार से चर्चा की।\




शिव बहादुर पांडेय प्रीतम ने कहा
जन्नत नशीन दोस्त मेरे दर्द इक परिंदा है,
कौन कहता है वो नहीं हैं, दिल में जिंदा है.
कथा कहते हैं जिस्म छोड कर निकल जाना,
दर्द त़ो कैल हैं यादें में ऐसे बन्दा है।
डॉ पवन नन्दन ने कहा
डॉ दर्द साहब एक मुकम्मल इंसान थे
शब्दों के बहुत बडे ही बाजीगर थे.
बक्सर, की पावन सरजमीं पर तो वे
गजल की दुनिया के बेताज बादशाह थे।
साथ ही साथ मंगलेश तिवारी के माता जी के प्रति शोक व्यक्त करते हुए, लोगों ने कहा मां धरती पर बस एक स्वर्ग है। अंत ये सभी लोग खड़े होकर दो मिनट होकर आत्मा की शांति के लिए एवं परिजनों को इस असह्य दु:ख झेलने के लिए भगवान से प्रार्थना की गई।

