25 सितंबर से आरम्भ होगा 21 दिवसीय विजयादशमी महोत्सव, तैयारी अंतिम चरण में
12 अक्टूबर को किला मैदान में कलात्मक आतिशबाजी के साथ होगा रावण बध, 14 अक्टूबर को यमुना चौक पर भरत मिलाप




न्यूज़ विज़न। बक्सर
ऐतिहासिक किला मैदान के विशाल रामलीला मंच पर आयोजित होने वाले 21 दिवसीय विजयादशमी महोत्सव-2024 की तैयारी जोरों पर है इसका भव्य शुभारंभ 25 सितम्बर जिउतिया के दिन होगा। जिसकी जानकारी श्री रामलीला समिति के सचिव बैकुण्ठ नाथ शर्मा एवं मीडिया प्रभारी हरिशंकर गुप्ता द्वारा संयुक्त रूप से एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर दिया है।







पदाधिकारी द्वय ने बताया कि प्रत्येक साल की भांति इस वर्ष भी विजयादशमी महोत्सव धूमधाम से मनाया जायेगा। इस वर्ष वृंदावन की प्रख्यात लीला संस्थान श्री राधा माधव रासलीला एवं रामलीला मण्डल के स्वामी श्री सुरेश उपाध्याय “व्यास जी” के सफल निर्देशन में 21 दिनों तक दिन में कृष्ण लीला और रात्रि में रामलीला प्रसंग का मंचन किया जायेगा। उन्होने बताया कि इस कार्यक्रम का भव्य शुभारंभ 25 सितम्बर जिउतिया पर्व के दिन होगा, और यह 15 अक्टूबर तक चलेगा।
कार्यक्रम का शुभ उद्घाटन वेदत् ध्वनि व मंत्रोच्चार के बीच अहिरौली मठ के मठाधीश्वर श्री श्री 1008 स्वामी श्री मधुसूदन आचार्य जी महाराज के कर कमलों व आशीर्वचनों के साथ होगा। इस मौके पर बिहार सरकार के मंत्री हरि सहनी मुख्य अतिथि एवं पूर्व विधायक मिथिलेश तिवारी व विधान पार्षद जीवन कुमार विशिष्ट अतिथि के रूप में शिरकत करेंगे।

वहीं समिति के संयुक्त सचिव सह मीडिया प्रभारी हरिशंकर गुप्ता ने होने वाले 21 दिवसीय कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि 25 सितम्बर को संध्या पहर आयोजन का भव्य शुभारंभ के पश्चात प्रथम दिवस गणेश पूजन एवं शिव पार्वती विवाह लीला का मंचन होगा। इसी क्रम में 26 सितम्बर को दिन में श्रीकृष्ण जन्म लीला और रात्रि में नारद मोह लीला, 27 सितम्बर को दिन में नंद महोत्सव, पूतना वध लीला और रात्रि में मनुसतरुपा तपस्या, रावण अत्याचार लीला, 28 सितम्बर को दिन में माखन चोरी व ऊखल बंधनों लीला और रात्रि में श्रीराम जन्म, नामकरण लीला, 29 सितम्बर को दिन में कालीदह, गोवर्धन लीला और रात्रि में ताड़का, मारीच सुबाहु वध लीला, 30 सितम्बर को दिन में मीरा चरित्र लीला और रात्रि में अहिल्या उद्धार व पुष्प वाटिका प्रसंग लीला, 01अक्टूबर को दिन में भर्तहरि चरित्र लीला और रात्रि में सीता स्वयंवर, धनुष यज्ञ लीला, 02 अक्टूबर को दिन में भक्त नरसी मेहता लीला और रात्रि में लक्ष्मण परशुराम संवाद एंव धनुष यज्ञ लीला, 03 अक्टूबर को दिन में सुदामा चरित्र लीला और रात्रि में कैकेयी मंथरा संवाद लीला, 04 अक्टूबर को दिन में गोवर्धन डाकू लीला और रात्रि में राम वनवास, केवट प्रसंग लीला, 05 अक्टूबर को दिन में गोपाल भक्त लीला और रात्रि में दशरथ मरण व चित्रकूट में भरत मिलाप लीला, 06 अक्टूबर को दिन में वीर अभिमन्यु नाटक, और रात्रि में सुर्पनखा नासिका भंग लीला, 07 अक्टूबर को दिन में वामन भगवान अवतार लीला और रात्रि में खर दूषण वध शबरी प्रसंग लीला, 08 अक्टूबर को दिन में श्याम सगाई लीला और रात्रि में सुग्रीव मित्रता व वाली वध लीला, 09 अक्टूबर को दिन में हनुमत जन्म लीला और रात्रि में लंका दहन लीला, 10 अक्टूबर को दिन में अक्रुर आगमन लीला और रात्रि में सेतु बंध रामेश्वर व अंगद रावण संवाद लीला, 11 अक्टूबर को दिन में कंस वध लीला और रात्रि में लक्ष्मण शक्ति कुंभकर्ण वध लीला, 12 अक्टूबर को 2 बजे दिन में कलात्मक आतिशबाजी के साथ रावण, मेघनाथ, अहिरावण वध लीला ( पूतला दहन), 13 अक्टूबर को दिन में चन्द्रावली लीला और रात्रि में राजा हरिश्चन्द्र नाटक, 14 अक्टूबर को दिन में मुंदरी चोरी लीला और रात्रि 10 बजे से नगर के यमुना चौक पर भरत मिलाप लीला, और अंतिम दिन 15 अक्टूबर को दिन में दशावतार लीला और रात्रि में भगवान श्रीराम के राज्याभिषेक एवं होली मिलन लीला दिखाया जायेगा।

