मानवाधिकार एवं सामाजिक न्याय का आरा में किया गया शुभारम्भ
अब आरा वासियो के लिए सामाजिक अधिकार की लड़ाई को मजबूती से लडूंगा : डॉ विजय गुप्ता




न्यूज़ विज़न। बक्सर
कह रहा हूं की जमी को आसमा समझो। मगर कहकशां को कहकशां समझो। पड़ोसी कोई भी हो जाति से क्या लेना देना है। पड़ोसी मां को भी अपनी मां समझो। जाने माने शायर एवं वक्ता साबित रोहतास्वी के उक्त शेर के साथ भोजपुर जिला के आरा में पार्क व्यू होटल के सभागार में मानवाधिकार एवं सामाजिक न्याय का आरा में शुभारम्भ हुआ। इसके पूर्व उद्घाटन राष्ट्रीय अध्यक्ष रोहित कुमार सिंह, महासचिव मुकेश कुमार सिंह, राष्ट्रीय सलाहकार डॉक्टर आरपी सिंह, बिहार सचिव डॉक्टर दिलशाद आलम, मशहूर शायर साबित रोहतास्वी ने संयुक्त रूप से किया।











स्थापना दिवस के मौके पर आयोजित मानवाधिकार विषय पर संगोष्ठी को सम्बोधित करते हुए डॉक्टर विजय गुप्ता ने कहा की वो अब और मजबूती से सामाजिक अधिकार के लिए लडेंगे।और जिले में एक आला मुकाम हासिल करेंगे। मौके पर आरा नगर क्षेत्र के सभी बुद्धिजीवियों ने कार्यक्रम में हिस्सा लिया। रेडक्रॉस आरा अध्यक्ष विभा ने मानवाधिकार को बधाई दी और आरा में इस तरह के संस्था की सक्रियता से लोगो को न्याय मिलता है। संजीव गुप्ता ने कहा की आरा को निश्चित आज सामाजिक न्याय दिलाने में डॉक्टर विजय आगे आए उनको धन्यवाद है। मौके पर मजहर आलम, लाइंस क्लब शैलेंद्र जी, ममता जी, उमाशंकर, हरिश्चंद्र जी, मनोज गुप्ता, विजय भारती ने कार्यक्रम को खूब सराहा। डॉक्टर दिलशाद आलम ने पूरे आरा का संबोधन वीर कुंवर सिंह के धरती से किया। सभी ने खूब तालियां बजाकर स्वागत किया। अमरेंद्र कुमार ने अपने व्यवस्था को दुरुस्त करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। अभिषेक कुमार ने धन्यवाद ज्ञापन किया। मौके पर रोटरी के पांडे जी ने डॉक्टर विजय और डॉक्टर दिलशाद को सफल आयोजन के लिए खूब सराहा। सम्मानित सदस्यों में राजकुमार, कपिल, अंजली सहित बक्सर इकाई के सदस्य भी मौजूद थे। कार्यक्रम की आरम्भ में राष्ट्रगान किया गया । जिसके बाद स्काउट गाइड के बच्चों द्वारा जोरदार तालियों ने कार्यक्रम को चार चांद लगा दिया।

