राज्य स्तर पर हुए मूल्यांकन में डुमरांव अंचल को मिला राज्य में पांचवा स्थान, जिले में प्रथम
डुमरांव अनुमंडलाधिकारी कुमार पंकज ने कामयाबी पर सीओ अंकिता सिंह को दिए बधाई




न्यूज़ विज़न। बक्सर
डुमरांव अंचल कार्यालय में काफी ख़ुशी का माहौल है क्योकि राज्य के कुल 534 अंचलों के मूल्यांकन में दिसंबर माह में अंचल का बेहतर प्रर्दशन रहा है। राज्य स्तर पर राजस्व सहित अंचल के अन्य कार्यों का मूल्यांकन में डुमरांव अंचलाधिकारी व अन्य अंचल कर्मियों का कार्य काफी सराहनीय रहा है। डुमरांव अंचल ने राज्य में पांचवा और बक्सर जिले में प्रथम स्थान प्राप्त करने का गौरव हासिल किया है।











इस कामयाबी पर डुमरांव के अंचलाधिकारी अंकिता सिंह इसके लिए सभी कर्मियों का श्रेय दिया है। वही सीओ की इस उपलब्धि पर डुमराँव एसडीओ कुमार पंकज खुद अंचल पहुँच कर सीओ अंकिता सिंह को बुके देकर बधाई दी। इस दौरान अंचल कार्यालय के कर्मी भी मौके पर मौजूद रहे। मूल्यांकन के मामले में सबसे बुरी स्थिति सिमरी और ब्रह्मपुर अंचल की है। राजस्व और भूमि सुधार विभाग लगभग हर तीन -चार माह पर राज्य के अंचलों के कार्यों का मूल्यांकन करता है। कार्य के मूल्यांकन के लिए अंक भी निर्धारित है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि परिमार्जन ,म्यूटेशन,ऑनलाइन एलपीसी ,मेजरमेंट,लोक भूमि अतिक्रमण ,जलनिकाय अतिक्रमण और लैड सेटलमेंट पर अंक निर्धारित किया जाता है। अंचल में प्राप्त आवेदन और उसके निष्पादन के आधार पर राजस्व विभाग राज्य के सभी अंचलों के कार्यों का मूल्यांकन करता है। पिछली बार डुमरांव का रैंक आठ पर चला गया था।लेकिन अंचलाधिकारी और कर्मियों ने अपनी मेहनत के बदौलत राज्य स्तर पर अपनी पहचान बनाई है।
अंचल के कार्यों के मूल्यांकन में डुमरांव अंचल ने पूरे प्रदेश में 5वां स्थान हासिल किया है। वहीं बक्सर जिले में डुमरांव अंचल नंबर वन पर है। बक्सर सदर अंचल को राज्य स्तर पर 23 वां, चक्की को 6 वां,चौगाई को 15 वां, राजपुर को 13 वां ,ब्रह्मपुर को 60 वां,नावानगर को 21 वां,चौसा को 20 वां,केसठ को 25 वां,इटाढी को 26 वां और सिमरी अंचल को 125 वां स्थान हासिल हुआ है।जिले का केसठ महज तीन ,चौगाई पांच और चक्की प्रखंड चार पंचायतों का प्रखंड है। छोटे अंचलों में चक्की का प्रर्दशन बेहतर रहा है। जानकारों का कहना है कि यदि छोटे अंचल साकारात्मक प्रयास करते,तो उन्हें अच्छी रैकिंग प्राप्त हो जाती।

