पीएमईजीपी, पीएमईजीपी 2 एवं पीएमएफएमई योजना अंतर्गत 22 बेरोजगारों के बीच ऋण वितरण




न्यूज़ विज़न। बक्सर
गुरुवार को डीएम अंशुल अग्रवाल की अध्यक्षता में उद्योग विभाग के द्वारा संचालित योजनाओं पीएमईजीपी, पीएमईजीपी 2 एवं पीएमएफएमई योजना अंतर्गत को ऋण स्वीकृति एवं वितरण कैम्प का आयोजन समाहरणालय परिसर अवस्थित सभाकक्ष में आयोजित की गई।








कैम्प के दौरान डीएम ने कहा कि अधिकारी और बैंकर्स यह सुनिश्चित करेंगे कि अधिक से अधिक लोगों को सरकार की योजनाओं का लाभ प्राप्त हो ताकि रोजगार सृजन के साथ-साथ लोगों के आर्थिक स्थिति में सुधार हो। साथ ही भावी उद्यमियों के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए उनसे अनुरोध किया कि अपने साथ अन्य लोगों के लिए रोजगार अवसर सृजित करें तथा जिला एवं राज्य के आर्थिक एवं सामाजिक प्रगति के साझेदार बनें। साथ ही उद्यमियों के साथ-साथ बक्सर जिला के निवासियों से अनुरोध किया कि लोकसभा चुनाव 2024 में अधिक से अधिक संख्या में भाग लें और लोकतंत्र के पर्व को सफल बनायें।


प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (पीएमईजीपी) अंतर्गत सेवा क्षेत्र में अधिकतम 20 लाख एवं विनिर्माण क्षेत्र में अधिकतम 50 लाख ऋण उपलब्ध कराया जाता है। जिसमें ग्रामीण क्षेत्र के लाभुक को 25 प्रतिशत/35 प्रतिशत एवं शहरी क्षेत्र के लाभुक को 15 प्रतिशत/25 प्रतिशत अनुदान का प्रावधान इस योजना अंतर्गत है। प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम 2 (पीएमईजीपी 2) अंतर्गत वैसे आवेदक जिन्होंने पी0एम0ई0जी0पी0 01 एवं मुद्रा ऋण योजना के तहत बैंक से ऋण प्राप्त कर लिया हो तथा तीन वर्षों से कार्यरत इकाईयाँ जो टर्म लोन की आदायगी बैंकों को कर दिया हो। उन्हें 15 प्रतिशत अनुदान की दर से 1 करोड़ रूपये तक का ऋण प्रदान किया जाता है। प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन योजना (पीएमएफएमई) अंतर्गत खाद्य प्रसंस्करण प्रक्षेत्र के उद्योगों को 35 प्रतिशत की दर से अधिकतम 10.00 लाख रुपये अनुदान प्रदान किया जाता है।
ऋण वितरण कैम्प में पीएमईजीपी योजना अंतर्गत कुल 03 लाभुकों को ऋण स्वीकृति एवं कुल 09 लाभुकों को वितरण पत्र एवं पीएमएफएमई योजना अंतर्गत कुल 01 लाभुकों को ऋण स्वीकृति एवं कुल 09 लाभुकों को वितरण पत्र जिला पदाधिकारी महोदय के द्वारा वितरित किया गया। कुल 22 लाभुकों को ऋण स्वीकृति एवं भुगतान किया गया। जिसमें कुल 1.12 करोड की राशि सन्निहित है। कार्यक्रम में उप विकास आयुक्त, अग्रणी जिला प्रबंधक, सहायक निदेशक उद्योग विभाग पटना एवं महाप्रबंधक जिला उद्योग केन्द्र उपस्थित थे।

