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पंचकोशी मेला के दूसरे पड़ाव स्थित नारद सरोवर है उपेक्षित, माँ शारदे की प्रतिमा विसर्जन करना होगी बड़ी समस्या 

न्यूज़ विज़न।  बक्सर 

विश्व प्रसिद्ध पंचकोसी यात्रा का दूसरा पड़ाव नारद मुनि का आश्रम। यहां पर नारद सरोवर है। प्राचीन नारद सरोवर को वर्तमान में उधम सिंह सरोवर के नाम से जाने वाला तालाब है। धार्मिक मान्यताओं में महत्वपूर्ण इस सरोवर की पहचान मिटने के कगार पर है। इस तालाब परिसर में गंदगी का अंबार है और आस-पास के लोग यहां गोइठा थाप रहे हैं। स्थानीय लोगों की मानें तो इस सरोवर के परिसर में कभी साफ-सफाई भी नहीं होती है वही तालाब की घेराबंदी भी टूट चुकी है। विगत कई माह से इस सरोवर में एक बूंद भी पानी नहीं है। पूरा सरोवर सूखा पड़ा है। मिट्टी में मोटे-मोटे दरार पड़ गये हैं।

 

 

ज्ञात हो की जिले में पंचकोसी मेला प्रभु श्रीराम से जुड़ी है। प्रभु श्रीराम पंचकोसी के पांचों पड़ाव परिक्रमा कर ऋषी मुनियों का आशीर्वाद लिए और प्रसाद ग्रहण किये। इसी स्मृति में हर साल पंचकोसी परिक्रमा यात्रा का आयोजन होता है। जिसका दूसरे पड़ाव पर नारद सरोवर वर्तमान समय में काफी उपेक्षित है। कभी यह तालाब पानी से लबालब भरा हुआ करता था। इसमें लोग स्नान कर भगवान शिव की पूजा अर्चना करते थे। तालाब की जो घेराबंदी हुई है वह भी टूट कर बिखर रही है। यही स्थिति रहा तो इस सरोवर के अस्तित्व पर खतरा उत्पन्न हो जाएगा। जिलेभर के लोगों की आस्था इस सरोवर से जुड़ी है। बावजूद जिला प्रशासन और स्थानीय जनप्रतिनिधि इस पर ध्यान नहीं दे रहे। जल जीवन हरियाली योजना के तहत जलस्रोतों को संरक्षण करने की सरकारी योजना का भी लाभ नहीं मिल पा रहा है।

 

नदाव व आसपास क्षेत्र के लोगो के सामने माँ सरस्वती के प्रतिमा विसर्जन के लिए होगी समस्या 

 

वही आगामी 14 फ़रवरी को सरस्वती पूजा भी है और सरस्वती पूजा के पश्चात अब पिछले कई वर्षों से गंगा में जब से मूर्ति विसर्जन पर प्रसाशन द्वारा रोक लगाया गया है।  इधर आसपास के दर्जनों गांव के लोग इसी तालाब में मूर्ति विसर्जन करते है। लेकिन इस बार तालाब में एक बून्द भी पानी नहीं है। इस परिस्थितियों में मूर्ति विसर्जन के लिए गंगा नदी की तरफ रुख करना आसपास के लोगों की मजबूरिया बन सकती है।

स्थानीय लोग बोले-खराब मोटर पंप की नहीं हो रही मरम्मत

नदांव के वार्ड प्रतिनिधि मंटू कुमार उर्फ बबुआजी के अलावा स्थानीय गुड्डू चौहान, अंकित द्विवेदी, रुपाजी, पूर्व मुखिया मुन्ना सिंह, बीडीसी संतोष यादव, उप मुखिया पंकज दुबे, अभय पासवान, नीतीश पासवान, अंकित सिंह, मनीष यादव, पृथ्वीनाथ सिंह समेत अन्य ग्रामीणों ने बताया कि इस बार पंचकोसी परिक्रमा यात्रा में भी तालाब में पानी नहीं था। श्रद्धालुओं को चापाकल पर स्नान करना पड़ा। बीते कई माह से जिस मोटर पंप से तालाब में पानी भरा जाता है वह खराब है। इसकी मरम्मत की जिम्मेवारी संबंधित विभाग उठा रहा है। ग्रामीणों ने धार्मिक रूप से अति महत्वपूर्ण सरोवर के जीर्णोद्धार की मांग जिला प्रशासन से की है।

 

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