कृषि विज्ञान केंद्र बक्सर को मिला जोन का बेस्ट केवीके अवार्ड
कृषि विस्तार मे उत्कृष्ट कार्य हेतु मिला अवार्ड, पटना जोन के अन्तर्गत बिहार एवं झारखंड के कुल 68 केवीके हैं शामिल




न्यूज़ विज़न। बक्सर
गुरुवार को राष्ट्रीय कृषि विज्ञान एकेडमी, नई दिल्ली संस्थान की आयोजित 32वीं निकाय बैठक एवं स्थापना दिवस समारोह मे कृषि विज्ञान केन्द्र, बक्सर को पटना जोन-4 के तहत कृषि विस्तार मे उत्कृष्ट कार्य हेतु नास-धनुका सर्वेश्रेष्ठ कृषि विज्ञान केन्द्र का पुरस्कार दिया गया। पटना जोन के अन्तर्गत बिहार एवं झारखंड के कुल 68 केवीके शामिल हैं।







समारोह मे बतौर अतिथि डॉ. हिमांशु पाठक, पूर्व सचिव कृषि, शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग, भारत सरकार एवं धानुका ग्रुप के अध्यक्ष आर.जी. अग्रवाल एवं अन्य गणमान्य अतिथियों की उपस्थिति मे डॉ0 देवकरण द्वारा प्राप्त किया गया। पुरस्कार ग्रहण करने के पश्चात केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ. देवकरन ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि यह पुरस्कार जिले के किसानों के बीच अनुसंधान, नवीन तकनीकियों के अनुकरणीय परीक्षण, अग्रिम पंक्ति प्रदर्शन, कृषक, नवयुवक एवं कृषि प्रसार कार्यकर्ताओं कों प्रशिक्षण के माध्यम से ज्ञान संवर्धन व कौशल उन्नयन, कृषि आधारित उद्यम, कृषक उत्पादक संगठन, स्वयं सहायता समूह, आदि के समन्वय से प्राप्त उपलब्धियों एवं केन्द्र के विशेषज्ञों एवं कर्मचारियों के सतत मेहनत एवं प्रयासों का फल हैं। साथ ही क्षेत्र मे धान, गेहूं, चना, मसूर, सरसों, आदि मुख्य फसलों के बीज प्रतिस्थापन दर मे सकरात्मक वृद्धि व लागत खर्च मे कमी जैसे परिणामों के आकलन तथा जलवायु अनुकूल कृषि तकनीकियों का प्रदर्शन के माध्यम से प्रसार के आधार पर दिया गया हैं।

भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद का पूर्वी अनुसंधान परिसर पटना एवं अटारी, पटना संस्थानों के मार्गदर्शन मे कार्यरत कृषि विज्ञान केन्द्र, बक्सर जिले के किसानों के लिए और अधिक बेहतर कार्य करने की बात कहीं। जिले मे कृषि विज्ञान केन्द्र की स्थापना 2007 मे हुई थी। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली अन्तर्गत बिहार राज्य मे स्थापित एकलौते कृषि विज्ञान केन्द्र बक्सर द्वारा संचालित कृषि गतिविधियों से किसानों को ज्यादा से ज्यादा जुड़ने की बात कहीं।

