जिले में राजस्व विभाग की स्थिति काफी बदतर है उच्च अधिकारियो की बातें नहीं सुनते है निचले स्तर अधिकारी व कर्मी -अमरेंद्र प्रताप
बिहार विधानसभा जिला परिसद पंचायती राज समिति ने किया विभागीय समीक्षा




न्यूज़ विज़न। बक्सर
जिले में सबसे बदतर स्थिति राजस्व विभाग की है ऊपर स्तर के अधिकारियो की बात निचले तबके के अधिकारी या फिर कर्मी भी सुनने को तैयार नहीं है। छोटे छोटे कार्यो के लिए भू स्वामियों को अंचल का दौड़ लगाते लगाते थक जाते है फिर भी काम नहीं हो रहा हैं। जिसकी वजह से सरकार की काफी बदनामी हो रही है उक्त बातें मंगलवार को बिहार विधान सभा जिला परिषद् पंचायती राज्य समिति के सभापति अमरेंद्र प्रताप सिंह ने जिला में पहुंचने और विभागीय समीक्षा के बाद प्रेसवार्ता के दौरान कहा।
उन्होंने कहा की जिला परिषद् मद की 28 करोड़ रुपया सत्र 2021 -22 और 2022 -23 का खर्च नहीं हो पाया जिसका वजह मात्र एक इंजिनियर का नहीं होना काफी दुर्भाग्यपूर्ण है। वही उन्होंने कहा मलई बराज योजना का समय अवधी पूरा होने के बाद भी पूर्ण नहीं हुआ, जिसका कारन स्थानीय किसानो विरोध बताया गया। लेकिन सरकार उसपर पहल कर दिया है वह पंप लगाने का कार्य आरम्भ हो जायेगा। इसके साथ ही गावों का दौरा किया गया जिसमे पाया गया की पीएचडी द्वारा सभी गलियों को तोड़ दिया गया और जैसे तैसे नल जल का कार्य करवाया गया साथ ही पैसा की भी निकासी कर ली गयी जो काफी दुर्भाग्यपूर्ण है। जिससे ग्रामीण क्षेत्र के लोगो में काफी आक्रोश है। इसके साथ ही पथ व अन्य विभागों की भी समीक्षा किया गया जिले की स्थित काफी बदतर है। सुधर का निर्देश दिया गया है वैसे वास्तु स्थिति से समिति अवगत कराएगी। समिति में कृष्णनंदन पासवान विधायक मोतिहारी हर्षिडीह, राजेश गुप्ता विधायक सासाराम, दिलीप राय विधायक सीतामढ़ी सुरसंड शामिल रहे।









