अहिल्या गौतम धाम अहिरौली मठ के उत्तराधिकारी बने श्री मधुसूदन रामानुज श्रीनिवास दास




अहिल्या गौतम धाम अहिरौली मठ स्थित श्री वरदराज आश्रम स्थान के स्वामी श्री श्री 1008 महंथ श्री वेंकटेशाचार्य जी महाराज का देहावसान 23 नवम्बर को हो गया, स्वामी जी महाराज अपने जीवन काल में ही श्री मधुसूदन रामानुज श्रीनिवास दास को अपना उत्तराधिकारी नियुक्त करके मठ से संबंधित सभी सेवाओं का भार समर्पित कर दिए थे।








शनिवार को उपस्थित सभी संत, महंथ, विद्वतजन, शिस्यगण, एवं सम्मानित जनों के समक्ष स्वामी जी अनंत श्री विभूषित वेंकटेश प्रपन्नाचार्य जी महाराज द्वारा उत्तराधिकारी पद पर नियुक्त मधुसूदन रामानुज श्रीनिवास दास को इस शपथ एवं संकल्प के साथ रामानुज सप्रदाय की धार्मिक कृत्यों को निरंतर समवर्धित करता रहूंगा,साधु सेवा, गो सेवा,संत महंत अतिथि अभ्यागत आदि की शतत सेवा करता रहूंगा साथ ही वरादराज भगवान की सेवा, मंगला आरती,बालभोग,राजभोग श्री वैष्णव से संबंधित व्रतों, उत्सवों का ठीक उसी प्रकार अनुपालन किया जाएगा जैसा कि पूर्व से होता चला आ रहा है।
उक्त कार्यक्रम की अध्यक्षता धर्माचार्य श्री श्री 1008 श्री स्वामी रामेश्वराचार्य जी महाराज बड़ा खटला वृंदावन ने की साथ ही महंथ ने उत्तराधिकारी महंथ को चादर ओढाकर महंथ पद पर प्रतिस्थापित किया जिसमे महंत अच्युत प्रपन्नाचार्य बसाँव मठ, महंत स्वामी नारायणाचार्य घरवासडीह मठ, स्वामी राज गोपालाचार्य लक्ष्मीनारायण मंदिर, स्वामी ऋषिकांताचार्य, स्वामी वेनू गोपालाचार्य वृंदावन, महंत सुदर्शनाचार्य, राजारामशरण दास आश्रम नया बाजार, सम्पतकुमाराचार्य, महंत नारायणाचार्य, महंत अनुग्रहनारायण दास, महंत उद्धवप्रपन्नाचार्य, दामोदर उपन्नाचार्य, अनंत रामानुज श्री निवास दास प्रयागराज, लक्ष्मीप्रपन्नाचार्य काशी, स्वामी बाल कृष्णाचार्य देवारिया, महंत चंद्रमादास, घनश्यामाचार्य, पौराणिक जी आदि की मुख्य मुख्य रूप से शमिल रहे।



