भारतीय सेना के सम्मान में निकाला गया “तिरंगा शौर्य सम्मान यात्रा”




न्यूज़ विज़न। बक्सर
पहलगाम में 26 सैलानियों का धर्म पुछकर उनकी बर्बर हत्या ने देश को झकझोर दिया था। आतंकियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग के जवाब में ऑपरेशन सिन्दूर से दिया गया। भारतीय वायुसेना ने दुश्मन के घर में घुसकर भारत की ताकत से परिचित कराने के साथ सख्त संदेश दिया की नही सुधरे तो घर में घुसकर मारेंगे। भारतीय जनता पार्टी देशभर में सेना के सम्मान में 13 मई से 23 मई तक तिरंगा यात्रा अभियान चला रही है 10 दिन से चलने वाली इस राष्ट्रव्यापी यात्रा का मकसद हाल ही में सफल रहे ऑपरेशन सिंदूर की उपलब्धियां को तथा हमारे सेना के जवानों के शौर्य को हर नागरिक तक पहुंचना है। भारत के हर शहर हर गांव में यह तिरंगा यात्रा निकाली जा रही है उसी कड़ी में शनिवार को भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष ओमप्रकाश भुवन के नेतृत्व में रामलीला मैदान बक्सर से “तिरंगा शौर्य सम्मान यात्रा” निकाली गई। इस सम्मान शौर्य यात्रा में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष शम्भू सिद्धार्थ भी शामिल रहे। तिरंगा यात्रा में आमजन पूर्व सैनिक युवा वर्ग और मातृशक्ति ने तिरंगे के साथ पद यात्रा में हिस्सा लिया।







तिरंगा यात्रा बक्सर किला मैदान से निकालकर वीर कुंवर सिंह चौक होते हुए पीपरपाती रोड के रास्ते मुनीम चौक पर शहीद भगत सिंह पार्क पर पहुंचा। रास्ते में तिरंगा यात्रियों ने भारत माता की जय ,वीर जवान जिंदाबाद, नरेंद्र मोदी जिंदाबाद, राजनाथ सिंह जिंदाबाद, अमित शाह जिंदाबाद तथा भारत माता की गगनभेदी जयकारों से पुरा शहर गुंजायमान हो गया। सारा शहर आत्म विभोर होता दिखाई दे रहा था। कार्यक्रम की संयोजक मीना सिंह कुशवाहा और सह संयोजक के रूप में पूनम रविदास, शिला त्रिवेदी, संध्या पाण्डेय, कंचन देवी ने कार्यक्रम को मूर्तरूप देने के लिए हर संभव प्रयास कर सफल बनाने का प्रयास किया।

तिरंगा यात्रा शहर से घुमते हुए भगत सिंह पार्क मुनीब चौक पहुंचा। वहां शहीद भगत सिंह के प्रतिमा पर पुष्पांजलि कर यात्रा का समापन किया गया। भगत सिंह के प्रतिमा पर माल्यार्पण के बाद भाजपा जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश भुवन ने पाकिस्तान को सख्त लहजे में चेतावनी दी की हमारे निर्दोष भाई बहनों की हत्या कर पाकिस्तान अपने आप को समझ रहा था। उसे यह नहीं पता था की हिन्दुस्तान के दिल्ली के गद्दी पर बैठा उनका बाप नरेन्द्र मोदी एक चुटकी सिंदूर की कीमत क्या होती है घर में घुसकर बताया तो मुंह से बाप बाप की आवाज निकल पड़ी। हमारी भारतीय सेना के जांबाजों में इतनी ताकत है की वो पुरा पाकिस्तान को एक झपकी में मिट्टी में मिला सकती है।
यात्रा में मुख्य रुप से पिंकी पाठक, चंदा पाण्डेय, प्रमिला पाण्डेय, रम्भा देवी, सबिता देवी, धनंजय त्रिगुण, बिनोद राय, लक्ष्मण शर्मा, अनिल पांडेय, राजवंश सिंह, संत कुमार सिंह, प्रदीप दुबे, धनंजय राय, प्रदीप राय, सतीश त्रिपाठी, सतेन्द्र कुंवर, सौरभ तिवारी, ज्वाला सैनी, अमित कुमार, अजय वर्मा, अजय भट्ट, सोनु राय, पारस नाथ मिश्रा, उमाकांत पाण्डेय, सुनील कुमार तथा उमाशंकर राय जिला मीडिया प्रभारी सहित सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

