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स्वास्थ्य विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ किला मैदान से निकला पैदल मार्च, 14 सूत्री मांगो का सौंपा ज्ञापन

पैथोलॉजी, डायग्नोस्टिक सेंटर व अल्ट्रासाउंड का स्वास्थ्य विभाग द्वारा नही है कोई दर निर्धारित, छले जाते है ग्रामीण क्षेत्रों के मरीज

न्यूज विजन । बक्सर
स्वास्थ्य विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार एवं लचर व्यवस्था के खिलाफ सामाजिक कार्यकर्ता हरे कृष्ण सिंह ने नेतृत्व में पैदल मार्च जिला मुख्यालय स्थित किला मैदान से निकाला गया जो बाजार समिति रोड स्थित होमगार्ड मैदान में पहुंच धरना में तब्दील हो गया। वही पैदल मार्च व धरना के माध्यम से मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री के नाम ज्ञापन डीएम को सौंपा गया।
धरना के दौरान हरेकृष्ण सिंह ने कहा की क्षेत्रीय उपनिदेशक अखिलेश कुमार द्वारा सिविल सर्जन कार्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ 21 जुलाई और 9 अगस्त को विभिन्न बिन्दुओं पर जांच किया गया था। परंतु जांच के नाम पर केवल कोरम पूरा किया गया। सभी मामलों की लीपापोती का प्रयास किया जा रहा है। ऐसे में आम जनता अब किसके पास गुहार लगायेगी।

सिविल सर्जन द्वारा 29 अक्तूबर 22 को डुमरांव अनुमंडल उपाधीक्षक डॉक्टर गिरीश कुमार सिंह को उनके पद से हटाने का आदेश दिया था। चार माह बाद डॉक्टर गिरीश कुमार सिंह को पुनः बहाल कर दिया गया। इस चार माह के दौरान भी डॉक्टर गिरीश कुमार अपने पद पर बने रहे। हवाला दिया गया डॉक्टर वीरेंद्र राम उपाधीक्षक पद लेने का तैयार नहीं थे। क्या उनके अतिरिक्त अन्य कोई डॉक्टर अनुमंडल अस्पताल में पदस्थापित नहीं है। इससे साफ झलकता है कि डॉक्टर गिरीश कुमार की कितनी पैठ है।

सिविल सर्जन कार्यालय में पैथोलॉजी लैब तथा डायग्नोस्टिक सेंटर का रजिस्ट्रटेशन कर लिया गया है। परंतु इनकी कभी जांच नहीं की जाती है। यह मानक के अनुरूप चल रहे हैं या नहीं। जांच के नाम पर मरीजों से कितनी राशि वसूल की जा रही है कि इसका कोई पैमाना नहीं है।

पैथोलॉजी लैब तथा डायग्नोस्टिक सेंटर में ग्रामीण तथा शहरी क्षेत्र के मरीजों की फीस का कोई रेट नहीं है। अल्ट्रासाउंड, एक्स-रे, खून जांच आदि का नियमवाली के तहत कोई रेट लिस्ट नहीं है। हरेक पैथोलॉजी लैब तथा डायग्नोस्टिक वाले पैथोलॉजी तथा डायग्नोस्टिक सेंटर की सिविल सर्जन या अक्सर प्रशासन द्वारा कभी नहीं करायी जा रही है। ऐसे में बिना डिग्री धारक या अयोग्य व्यक्ति भी पैथोलॉजी सेंटर चला रहा है। जिससे आंच रिपोर्ट सही नही आती है। यदि जांच रिपोर्ट ही खराब ऐसे में किस तरह से मरीज का इलाज होगा। समेत 14 सूत्री मांगो को लेकर पैदल मार्च व धरना किया गया। वही हमारी मांगों पर उच्च स्तरीय जांच कर कार्रवाई नहीं होने पर आगे उग्र आंदोलन किया जाएगा। पैदल मार्च के दौरान संजय कुमार, नीतीश यादव, लालजी यादव, उपेंद्र यादव, हरेंद्र यादव, रामायण यादव समेत सैकड़ों लोग शामिल रहे।

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