विश्व प्रसिद्ध सीताराम विवाह महोत्सव का शुभारम्भ कल से, तैयारियां हुयी पूरी
संध्या तीन बजे व्यासपीठ पूजन के साथ आरम्भ होगा श्रीमद भागवत कथा, देश के विभिन्न हिस्सों से पहुंचने लगे है श्रद्धालु




न्यूज़ विज़न। बक्सर
भगवान श्रीराम की कर्मभूमि बक्सर में हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी महर्षि श्री खांकी बाबा सरकार का 54 वां निर्वाण दिवस शहर के नया बाजार में विश्व प्रसिद्द श्री सीताराम विवाह महोत्सव का शुभारम्भ कल रविवार को सुबह से मंदिर परिसर में हरकीर्तन के साथ हो जायेगा। संध्या 3 बजे से महंथ राजाराम शरण दास जी महाराज व अन्य महंथ जनो द्वारा व्यासपीठ पूजन के आरम्भ होगा।








नौ दिनों तक राममय हो जाता है शहर का नया बाजार
नौ दिनों तक चलने वाले सीताराम विवाह महोत्सव के दौरान नया बाजार आयोध्या और जनकपुर बन जाता है। इस कार्यक्रम को लेकर नगरवासियों में काफी उत्साह रहता है। इस कार्यक्रम में श्री सीता राम विवाह महोत्सव के साथ विशाल सत्संग समारोह भी आयोजित होगा. वहीं, श्री राम-जानकी जी का 22 वां पाटोत्सव भी मनाया जाएगा। समस्त कार्यक्रम सीताराम विवाह महोत्सव आश्रम, नया बाजार में मार्गशीर्ष कृष्ण त्रयोदशी, रविवार से प्रारम्भ होकर मार्गशीर्ष शुक्ल षष्ठी सोमवार 18 दिसंबर तक सम्पन्न होगा। जानकारी देते हुए आश्रम के महंत राजा रामशरण दास महाराज ने बताया कि कार्यक्रम देश-विदेश से कई संत और महात्मा पधार रहे हैं।



श्री मलूक पीठाधीश्वर जगत गुरु श्री राजेंद्र देवाचार्य जी महाराज द्वारा श्रीमद भागवत कथा का कराया जायेगा श्रवण
उन्होंने बताया कि कार्यक्रम में श्री धाम वृन्दावन के श्री मलूक पीठाधीश्वर जगत गुरु श्री राजेंद्र देवाचार्य जी महाराज श्रीधाम वृन्दावन द्वारा श्रीमद भागवत कथा का श्रवण सायं 3:00 बजे से 6:00 बजे तक आयोजित होगा। वही कार्यक्रम में राष्ट्रीय संत मोरारी बापू के भी आने की संभावना है। महर्षि खाकी बाबा सरकार तथा मामा जी की कृपा से यह आयोजन प्रतिवर्ष निर्विघ्न संपन्न होता है। समस्त बक्सर वासी इस कार्यक्रम को सफल बनाने में अपना पूरा योगदान देते हैं। आयोजन को लेकर सभी तैयारियां की जा रही हैं। आश्रम के पिछले हिस्सा आई अस्पताल के समीप विशाल मैदान में 50 x 60 फिट का विशाल मंच का निर्माण कार्य पूरा हो गया है। वही श्रद्धालुओ के बैठने के लिए भी तीन हिस्सों में पंडाल बन रहा है। वही दूर दराज से आये साधु संतो के लिए आश्रम के कमरे, नया बाजार के विभिन्न घरों के अलावा शहर के विभिन्न होटलो में व्यवस्था की जा रही है।
वासुदेवानन्द सरस्वती समेत देश के विख्यात सात संत कार्यक्रम में होंगे शामिल
महोत्सव में हिमालय के जगदगुरू श्री शंकराचार्य श्री ज्योतिष्पीठाधीश्वर स्वामी श्री वासुदेवानन्द सरस्वती, प्रख्यात राम कथा वाचन एवं राष्ट्रीय संत की उपाधि प्राप्त मोरारी बापू, राजस्थान के सीकर के रैवासाधाम से अग्रपीठाधीश्वर अनंत श्री विभूषित राघवाचार्य वेदान्ती, विश्व विख्यात राम कथा वाचक रमेश भाई ओझा, श्री अयोध्या धाम के लक्ष्मण किला से मैथिली रमण शरण जी महाराज, श्रीधाम अयोध्या से ही श्री राघवाचार्य जी महाराज और श्री श्री अनन्त श्री सम्पन्न श्री विदेह नन्दिनी शरण जी पधार रहे हैं।
राष्ट्रपति पदक प्राप्त ब्रज कोकिल श्री फतेह कृष्ण स्वामी जी के निर्देशन में होगा रासलीला
वही महंत ने बताया कि इस बार के कार्यक्रम में नवदिवसीय अष्टयाम श्री हरिनाम संकीर्तन, दमोह (म0प्र0) की संकीर्तन मण्डली द्वारा होगा। श्री राम चरितमानस का सामूहिक नवाह पारायण नित्य प्रति प्रातः 6 बजे से 9 बजे तक होगा. प्रातः 10 बजे से 1:00 बजे तक नित्य श्री कृष्ण लीला राष्ट्रपति पदक प्राप्त ब्रज कोकिल श्री फतेह कृष्ण स्वामी जी के निर्देशन में होगा।
2 बजे से तीन बजे तक पद गायन एवं झाँकी की प्रस्तुति
भोजन प्रसाद अपराह्न 1.00 बजे से 2.00 बजे तक वितरित होगा। अपराह्न 2:00 बजे से 3:00 बजे तक श्री सीताराम विवाह मिथिला पद गायन एवं झाँकी श्री विश्वनाथ शुक्ला श्रृंगारी जी, श्री मिथिला धाम के द्वारा की जाएगी। वही सायं 6:00 बजे से रात्रि 8:00 बजे तक समागत आचार्य, सज्जन तथा विद्वतजनों के द्वारा कथा, कीर्तन एवं प्रवचन किया जाएगा। रात्रि 8:00 बजे से 12:00 बजे तक नित्य रामलीला पूज्य श्री मामाजी के परिकरों द्वारा की जाएगी।
रविवार को गौरीशंकर विवाह लीला से आरम्भ, 18 नवम्बर को राम कलेवा के साथ होगा समापन
रामलीला कार्यक्रम में मार्गशीर्ष कृष्ण त्रयोदशी रविवार को श्री गौरीशंकर विवाह लीला, चतुर्दशी सोमवार को अवतार प्रयोजन, जय विजय लीला, अमवस्या मंगलवार को श्रीराम जन्म एवं बाल लीला, मार्गशीर्ष शुक्ल प्रतिपदा बुधवार को श्री सीताजन्म और विश्वामित्र आगमन से अहिल्या उद्धार तक की लीला, शुक्ल द्वितीय जनकपुर प्रवेश व नगर दर्शन, शुक्ल तृतीया शुक्रवार को पुष्प वाटिका एवं रात्रि में धनुष यज्ञ शुक्ल चतुर्थी 16 दिसंबर को मटकोर व बारात शोभा यात्रा, शुक्ल पंचमी 17 दिसंबर को रात्रि में राम विवाह एवं शुक्ल षष्ठी 18 दिसंबर को राम कलेवा के साथ सीताराम विवाह महोत्सव का समापन किया जायेगा।

