राज्य के 18220 सेविका सहायिका का चयन मुक्त वापस लेने पर बिहार राज्य आंगनबाड़ी महासंघ ने धन्यवाद सभा का किया आयोजन




न्यूज़ विज़न। बक्सर
बिहार राज्य आंगनबाड़ी महासंघ (ऐक्टू-गोप गुट) द्वारा रविवार को आयोजित तय ‘सत्याग्रह आंदोलन’ के बदले धन्यवाद सभा आयोजित किया गया। महासंघ द्वारा अपने तय सत्याग्रह आंदोलन को मुख्यमंत्री बिहार नितीश कुमार द्वारा भाकपा माले के विधायक व अखिल भारतीय स्कीम वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष कॉ० शशि यादव को हस्तक्षेप व वार्तालाप के बाद विगत 29 सितम्बर से आंगनबाड़ी सेविका-सहायिकाओं के मानदेय में बढ़ोतरी समेत अन्य लंबित मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल के दौरान सभी चयनमुक्त किये गए आंगनबाड़ी सेविका-सहायिकाओं को वापस लेने तथा उनके मानदेय में सम्मानजनक बढ़ोतरी के आश्वाशन के बाद धन्यवाद सभा को संपन्न किया गया।








धरना में आंगनबाड़ी यूनियन (गोप गुट) की चौगाईं प्रखंड सचिव लीला देवी, ब्रह्मपुर प्रखंड की सचिव फुला देवी, इटाढ़ी प्रखंड की सचिव सिमा कुमारी, महिला संगठन ऐपवा की जिला सचिव संध्या पाल, जिला अध्यक्ष रेखा देवी, सह सचिव पूजा कुमारी, भाकपा-माले के बक्सर सचिव नीरज कुमार, इटाढ़ी प्रखंड सचिव जगनराण शर्मा, सिमरी एवं चक्की प्रखंड के प्रभारी हरेंद्र राम, माले नेता ओमप्रकाश सिंह, गनेश सिंह, बिहार राज्य अराजपत्रित कर्मचारी संघ (गोप गुट) के जिला अध्यक्ष लवकुश, सचिव महेंद्र प्रसाद, वन विभाग के जगदम्बा पासवान, हरेराम राजभर, सुदामा पासवान, मनोज पासवान सहित अन्य लोग शामिल हुए। सभा की अध्यक्षता रेखा देवी एवं संचालन संध्या पाल ने किया ।


महागठबंधन की सरकार जनता से किया वादा पूरा कर रही है : नीरज
सभा को सम्बोधित करते हुए बक्सर सचिव नीरज कुमार ने कहा कि बिहार राज्य आंगनबाड़ी वर्कर्स यूनियन के समर्थन से बिहार भर की ढाई लाख से ज्यादा आंगनबाड़ी सेविका-सहायिकाओं द्वारा विगत 29 सितम्बर 2023 से अनिश्चितकालीन हड़ताल व धरना के दौरान 18220 सेविका-सहायिकाओं को विभाग द्वारा चयनमुक्त कर दिया गया था। बिहार की भाकपा-माले के समर्थन प्राप्त महागठबंधन की सरकार ने यह वायदा किया गया था कि आंगनबाड़ी सेविका और सहायिका के मानदेय में सम्मानजनक बढ़ोतरी किया जायेगा। मुख्यमंत्री द्वारा आंदोलनरत आंगनबाड़ी सेविका-सहायिकाओं की चयनमुक्ति का फैसला वापस लेने तथा जल्द ही मानदेय में बढ़ोतरी करने का हम स्वागत करते हैं एवं धन्यवाद देते हैं। भाकपा माले बिहार में सभी स्कीम वर्कर्स की हक़ की लड़ाई में हमेशा उनके साथ रहा है। हाल ही में शिक्षकों की भर्ती का मामला हो या पुराने शिक्षकों के राजकर्मी का दर्जा देने की मांग हो, टोला सेवक, विकास मित्र, पंचायत सचिव सभी के जायज मांगों के साथ हम अग्रणी भूमिका में रहें हैं । हमारे विधायकों ने सड़क से सदन तक इन मांगो को लेकर लगातार लड़ाई लड़ी है। हमारी पूरी कोशिश है कि बिहार की महागठबंधन की सरकार जनता से अपने किये वादों को पूरा करे और इस दिशा में सरकार द्वारा कई महत्वपूर्ण कदम भी उठाये गए हैं जो सराहनीय है। जबकि दूसरी तरह केंद्र की मोदी सरकार ने देश के छात्रों पर फीसवृद्धि करके, नौजवानों पर बेरोजगारी को बढ़ावा देकर, किसानों पर कृषि को महंगा करके, महिलाओं पर लगातार हमले कर रही है, तथा देश में सी ए ए , एन आर सी जैसे कानून बनाकर आम जनता को तंग-तबाह ही किया है । किसानों के बाद ट्रक ड्राइवरों ने फिर से मोदी सरकार को अपने तुगलकी कानून को वापस लेने पर मजबूर किया है। आनेवाले लोकसभा चुनाव में देश के छात्रों, नौजवानों, किसानों, महिलाओं, आपसी भाईचारा, धर्मनिरपेक्षता, संविधान एवं लोक्ततंत्र जैसे जरुरी मुद्दों को दरकिनार कर अयोध्या में श्रीराम के मंदिर निर्माण के नाम पर चुनाव लड़ना चाहती है। जनता अपने सवालों एवं आंदोलनों के दम पर मोदी सरकार को पराजित करेगी ।

