पंद्रह सूत्री मांगो को लेकर हाथों में छोलनी, छनवटा, कलछुल के साथ सड़क पर उत्तरी जिलेभर की रसोइया
रसोइयों के साथ स्कूलों बन्धुआ मजदूरों जैसा किया जाता है व्यवहार : रामकृपाल




न्यूज़ विज़न । बक्सर
गुरुवार को राष्ट्रीय मध्यान्ह भोजन रसोइया फ्रन्ट द्वारा संगठन के संस्थापक सह राष्ट्रीय महासचिव रामकृपाल के नेतृत्व में पंद्रह सूत्री मांगो को लेकर प्रधानमंत्री पोषण (मध्यान्ह भोजन) योजना के अन्तर्गत प्राथमिक व मध्य विद्यालयों में कार्य कर रहे रसोइयों का एक दिवसीय विशाल प्रदर्शन व महाधरना का आयोजन किया गया।
सरकार पटना हाई कोर्ट के आदेशानुसार न्यूनतम मजदूरी के रेट से भुगतान किया जाए








प्रदर्शन के दौरान जिलेभर की रसोइया किला मैदान पहुंच ने हाथों में छोलनी, छनवटा, कलछुल व खाना बनाने वाले बर्तन लेकर 1650/- में दम नहीं दस हजार से कम नहीं का नारा लगाते हुए जुलुस निकालकर होमगॉर्ड कार्यालय परिसर पहुंच धरना दिया गया | इस दौरान रसोइयो में आक्रोश और शासन-प्रशासन के प्रति काफी गुस्सा था। रसोइयों का मानदेय बारहो माह का लागू करो-लागू करो, रसोइया भाई- बहनों का न्यूनतम मजदूरी लागु करो, रसोइयों को मनमाने तरीके से विद्यालय से हटाना बन्द करो आयोजित धरना-प्रदर्शन में उपस्थित रसोइयों को सम्बोधित करते हुए संगठन के संस्थापक सह राष्ट्रीय महासचिव रामकृपाल ने कहा की सरकार की गलत नितीयों के कारण प्रधानमंत्री पोषण योजना योजना में कार्यरत रसोइयों की स्थिती वर्तमान समय में दयनीय हो गई है। बढ़ती हुई भीषण महंगाई में जीवन चलाना मुश्किल हो गया है। विद्यालयों में रसोइयों के साथ बन्धुआ मजदूरों जैसा व्यवहार किया जाता है। जिसके वजह से इनकी हालत बद से बदतर हो गयी है ना तो इन्हें काम की सुरक्षा है और ना ही जिने लायक पारिश्रमिक (मानदेय) दिया जाता है। इन्हें विद्यालयों में मनमाने तरीके से रखा जाता है और उसी तरह मनमाने तरीके से हटा दिया जाता है। जो व मानवाधिकार के खिलाफ है कार्यरत रसोइयों में से ज्यादातर महिलाऐं है जो अत्यन्त गरीब हैं जब तक इनको कानूनी संरक्षण नहीं दिया जायेगा तब तक इनका शोषण बन्द नहीं किया जा सकता है। उन्होंने सरकार को चेतावनी दिया गरीब रसोइयो की बातो को अनसुनी करना सरकार को महंगा पड़ेगा कार्यरत रसोइयों को सरकार पटना हाई कोर्ट के आदेश के अनुसार न्यूनतम मजदूरी के रेट से मजदूरी का भुगतान किया जाए तथा इनके जिने लायक पारिश्रमिक की व्यवस्था करते हुए इनके सुरक्षित भविष्य की गरान्टी दें। उन्होंने रसोइयों को बताया कि संगठन द्वारा अगामी 02 नवम्बर 2023 से अनिश्चितकालीन हड़ताल कर अपने – अपने बीआरसी की घेराव करेगी तथा 7 एवं 8 नवम्बर को पटना गर्दनीबाग में मुख्यमंत्री का घेराव करेंगी। उन्होंने सभी रसोइयों को एकजुट होकर आन्दोलन को सफल बनाने की अपील की |
बार-बार मानदेय बढ़ोतरी का आश्वासन देकर धोखा दे रही है बिहार सरकार : कंचन कुंवर


धरना सभा को सम्बोधित करते हुए संगठन के प्रदेश अध्यक्ष कंचन कुंवर ने कहा की भारत के प्रत्येक नागरिक को गरिमा पूर्वक जीने का अधिकार है काम के बदले उचित मजदूरी का भुगतान करना सरकार की संवैधानिक बाध्यता होनी चाहिए। लेकिन सरकार इन रसोइयों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही हैं बार-बार मानदेय बढ़ोतरी का आश्वासन देकर धोखा दे रही है। उन्होने आगे कहाँ कि सरकार रसोइयों कि मांगो पर विचार नहीं करती है तो संगठन उग्र आन्दोलन करने के लिए बाध्य होगा |
धरना को कृष्ण कान्त पाण्डेय, लाल बिहारी यादव, आरती देवी, सीमा देवी, महेन्द्र यादव, ब्रिजनाथ पण्डित, लाल बिहारी राम, शकीला खातून, उषा देवी, राज कुमार इत्यादि ने संबोधित किया वही संचालन जिला सचिव जगज़ पाण्डेय ने किया। संगठन के पांच सदस्य प्रतिनिधि मण्डल ने जिलाधिकारी से मिलकर वार्ता कर मांग पत्र समर्पित किया गया |

