दूल्हा बनने से पहले उठ गयी बुधन की अर्थी, महाराष्ट्र से मौत खींचकर लायी थी गॉव
छः भाइयों में पांचवे स्थान पर था बुधन, महाराष्ट्र से तीन दिन पूर्व आया था गॉव




होनी को कोई टाल नहीं सकता ये कहावत मंगलवार की शाम धनसोई थाना क्षेत्र के खरहना गांव के समीप पुलिस वाहन के धक्के से घायल युवक की रात्रि करीब एक बजे मौत ने कहावत को सत्य चरितार्थ कर दिया है।








मंगलवार की देर शाम पुलिस वाहन की चपेट में आने से पीडिया टोला के मोतीलाल चौधरी का 19 वर्षीय पुत्र बुधन चौधरी गम्भीर रूप से घायल हो गया जिसे तत्काल धनसोई बाजार के निजी अस्पताल में इलाज के बाद स्थिति को देखते हुए प्राथमिक उपचार के बाद सदर अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया था। जहां इलाज के दौरान रात करीब डेढ़ बजे युवक बुधन चौधरी की मौत हो गयी। बुधन के चाचा ओमप्रकाश चौधरी ने बताया की बड़े भाई मोतीलाल के छः पुत्रों में पांचवे स्थान पर था जो की महाराष्ट्रा में किसी निजी कम्पनी में कार्य करता था और तीन दिन पूर्व गॉव आया हुआ था। वही उन्होंने कहा की इसकी शादी तय हो गयी थी और मई में शादी होनेवाला था। इसी बीच ये घटना पुलिस की बड़ी लापरवाही से हो गया।


उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा की पुलिस वाहन का चालक नशे में था और सड़क किनारे आकर धक्का मार दिया और इतना ही नहीं उस वाहन में दर्जनों पुलिस कर्मी थे। जो की हमारे घायल भतीजे को इलाज के लिए ले जाने के बजाय भागने लगे जिसे ग्रामीणों ने पीछा कर पकड़ा था। इतना ही नहीं ओमप्रकाश चौधरी ने कहा की रात में सदर अस्पताल में ड्यूटी में तैनात डॉक्टर भी दोषी है जो की स्थिति को गंभीरता से नहीं लिया और बुधन तड़प रहा था लेकिन बार बार मिन्नते करने के बावजूद भी देखने नहीं जा रहे थे।
घटना के बाद सदर अस्पताल में इलाज के दौरान बुधन की हुयी मौत के बाद बुधवार की सुबह पुलिस ने पोस्टमार्टम करवा शव को परिजनों के हवाले कर दिया। वही परिजन पुलिस और अस्पताल के डॉक्टर पर काफी आक्रोशित दिखे।

