जिला कार्यसमिति की बैठक में भाजपा बंटी दो खेमों में
2024 में होने वाले लोस चुनाव में भाजपा की जीत सुनिश्चित करें ताकि फिर नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाया जा सके : अश्वनी चौबे




बक्सर। बृहस्पतिवार को भाजपा की अंदरूनी लड़ाई खुलकर बाहर आ गई है। पार्टी के चार पूर्व जिलाध्यक्षों ने केंद्रीय राज्य मंत्री के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। पूर्व से प्रस्तावित जिला कार्यसमिति का बहिष्कार कर पूर्व जिलाध्यक्षों ने अलग से बैठक की। जिसमें केंद्रीय मंत्री अश्वनी चौबे पर कई गंभीर आरोप लगाए। उनलोगो ने कार्यकर्ताओं को दलाल कहने तक के आरोप लगे। इतना ही नहीं एक कार्यकर्ता ने तो कार्यसमिति की बैठक में जाकर मंत्री के सामने जाकर मुर्दाबाद का नारा लगाने लगा और बवाल भी हुआ। हालांकि, उसे वहां मौजूद कार्यकर्ताओं ने धक्के देकर बाहर निकाल दिया। उस समय अफरा-तफरी मच गई। उक्त युवक को बाहर निकालने के बाद कार्यसमिति की बैठक शुरू हुई। जिलाध्यक्ष विजय कुमार सिंह उर्फ भोला सिंह ने नारा लगाने वाले युवक को पार्टी का कार्यकर्ता मानने से इंकार किया। ऊहापोह की बीच जिला कार्यसमिति की बैठक हुई जिसकी अध्यक्षता जिलाध्यक्ष भोला सिंह व संचालन जिला महामंत्री निर्भय राय ने की। मौके पर डाॅ स्वामीनाथ तिवारी बक्सर लोकसभा प्रभारी अनिल स्वामी, संयोजक राजवंश सिंह, जिला प्रभारी मिथलेश कुशवाहा ने कार्यसमिति को संबोधित किया।
मौके पर केंद्रीय मंत्री चौबे ने कार्यकर्ताओं से आगामी 30 मई से 30 जून तक चलने वाले महासंपर्क अभियान को सफल बनाने का आह्वान किया। कहा कि 2024 में होने वाले लोस चुनाव में भाजपा की जीत सुनिश्चित करें ताकि फिर नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाया जा सके। साथ ही 2025 में बक्सर के चारों विधानसभा में भाजपा को जीत दिलाने का भी आह्वान कार्यकर्ताओं से किया। उन्होंने अपने अनुभव को साझा करते हुए कहा कि मैने पहले ही गुजरात की धरती पर कहा था कि स्वामी विवेकानंद की आत्मा नरेंद्र मोदी में प्रवेश कर चुकी है। बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष मिथलेश तिवारी ने महासंपर्क अभियान के तहत संपन्न होने वाले सभी कार्यों के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
बैठक में प्रदेश प्रवक्ता मनाेज सिंह, पूर्व जिलाध्यक्ष रामकुमार सिंह, अाेम प्रकाश भुवन, सतीशा राजू, कृष्ण कुमार सिंह, धाीरेंद्र तिवारी, महामंत्री पूनम रविदास, इंद्रलेशा पाठक, मीना सिंह कुशावाहा, अनिल कुमार पांडेय, संत सिंह, मनाेज पांडेय, अजय तिवारी, इंदु देवी, नवीन राय, धानजी पांडेय समेत अन्य कार्यकर्ता माैजूद थे।









