केदारनाथ धाम आपदा के दसवीं बरसी पर श्रद्धांजलि सह प्रार्थना सभा आयोजित




श्रद्धांजलि सह प्रार्थना सभा में केदारनाथ, बद्रीनाथ, बक्सर, भागलपुर सहित देश विभिन्न राज्यों के मंदिरों के पुरोहित ऑनलाइन जुड़े
न्यूज विजन | बक्सर
10 साल पहले केदारनाथ धाम पर आई भीषण त्रासदी में बड़ी संख्या में देश के विभिन्न राज्यों के लोगों ने अपने परिजनों को खोया था। जिसको लेकर एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। इस दौरान केंद्रीय राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि जून का यह महीना उन सभी परिवारों के लिए काफी कष्टदायक होता है। आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विशेष प्रयास से और उनके दृढ़ निश्चय की वजह से केदारनाथ धाम का जीर्णोद्धार हुआ है। अन्य कई विकास की वहां परियोजनाएं चल रही है। बड़ी संख्या में श्रद्धालु बाबा केदारनाथ के दर्शन के लिए जा रहे हैं। वहां सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई है।
केंद्रीय राज्य मंत्री चौबे बक्सर के नगर भवन में अखिल भारतीय उत्तराखंड त्रासदी पीड़ित मंच द्वारा केदारनाथ धाम में जून 2013 में आई आपदा में प्राण गवाने वालो की याद में आयोजित श्रद्धांजलि सह प्रार्थना सभा को संबोधित कर रहे थे। वे त्रासदी को याद कर भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि जिस तरह की भीषण त्रासदी हुई थी लगता नहीं था कि फिर से यह केदारधाम अपने उस पुराने स्वरूप में लौटेगा। लेकिन, प्रधानमंत्री के प्रयास और उनके नेतृत्व में जो वहां विकास हुआ है। ऑनलाइन श्रद्धांजलि सह प्रार्थना सभा का संचालन भाजपा नेता अर्जित चौबे ने किया।
केदारनाथ, बद्रीनाथ, बक्सर, भागलपुर सहित देश विभिन्न राज्यों के मंदिरों के पुरोहित ऑनलाइन जुड़े। मुख्यमंत्री उत्तराखंड पुष्कर सिंह धामी ऑनलाइन मुख्य अतिथि के तौर पर श्रद्धांजलि से प्रार्थना सभा में जुड़े। पदम विभूषण जगतगुरु स्वामी रामभद्राचार्य जी का आशीर्वाद एवं मार्गदर्शन सभी को मिला। जगतगुरु स्वामी अनंताचार्य जी महाराज ने दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। परमहंस स्वामी श्री अगमानन्द जी महाराज ने कहा कि केदारनाथ त्रासदी भीषण थी।
श्री केदारनाथ धाम से पंडित सुनील शुक्ला ने भगवान का दर्शन कराए। केदारनाथ सहित वासुकीनाथ झारखंड से पंडित संजय झा जुड़े। सभा में ऑनलाइन माध्यम से श्रीराम कर्मभूमि न्यास के अध्यक्ष कृष्ण कांत ओझा, उपाध्यक्ष रामबालक प्रसाद, महासचिव अभिजीत कश्यप, अभिषेक ओझा, विकास कुमार अमित मिश्रा, चंदन तिवारी गुप्तकाशी मंदिर से होली हिमालय उत्तराखंड के रघुवीर अस्वाल आदि विशेष रूप जुड़ें। धन्यवाद ज्ञापन अविरल चौबे ने की। परिवार के सदस्यों के रूप में नीता चौबे, विजेता चौबे, सुरभि चौबे, अतिशय चौबे, आकृष्ट चौबे आदि उपस्थित थे।









