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एम वी कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य बने सुबास चंद्र पाठक, जल्द ही विवाद सुलझाने का दिया भराेसा

न्यूज विजन | बक्सर
बीते 4 जुलाई काे छात्र नेताओं और प्राेफेसर व शिक्षकेत्तर कर्मियाें के बीच मारपीट के बाद मामला थाने तक पहुंच गया है। और 5 जुलाई से कॉलेज में शैक्षणिक और गैर शैक्षणिक कार्य ठप चल रहा है। सभी प्राफेसर और शिक्षकेत्तर कर्मी हड़ताल पर चले गये हैं। नतीजा बीए पार्ट वन अाैर एमए में नामांकन की अंतिम तिथि भी खत्म हाे गई। छात्र-छात्राअाें काे ना ताे टीसी मिल पा रहा है अाैर ना ही मूल प्रमाण-पत्र। छात्र नेताअाें अाैर प्राेफेसर व शिक्षकेत्तर कर्मियाें के बीच चल रहे विवाद के चलते छात्र-छात्राअाें काे सफर करना पड़ रहा है। दाेनाें पक्ष अपनी मांगाें पर अड़े हैं। छात्र नेता कार्रवाई की मांग कर रहे हैं ताे प्राेफेसर अाैर शिक्षकेत्तर कर्मी सुरक्षा व्यवस्था बहाल करने की मांग कर रहे हैं। विवाद का वजह चाहे जाे भी हाे, छात्र-छात्राअाें की पढ़ाई अाैर काॅलेज संबंधित कार्य प्रभावित हाे रहा है। काॅलेज में अध्यापन के अलावा अाॅफिसियल काम ठप है। अपने कार्य काे लेकर राेजाना दर्जनाें बच्चे काॅलेज में दाैड़ लगा रहे हैं।

वीकेएसयू, अारा ने एमवी काॅलेज में कार्यरत अंग्रेजी विभाग के शिक्षक सुभाष चंद्र पाठक काे प्रभारी प्रिसिंपल नियुक्त कर दिया है। महर्षि विशवामित्र काॅलेज के प्रभारी प्रिंसिपल सुभाष चंद्र पाठक ने दैनिक भास्कर काे बताया कि जल्द ही छात्र नेताअाें, प्राेफेसर अाैर शिक्षकेत्तर कर्मियाें का विवाद सुलझा लिया जाएगा। इसके लिए प्रयास जारी है। वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार से हमारी बात हुई है। वे जल्द ही यहां अाने वाले हैं। उनके अाते ही विवाद पर विराम लग जाने की प्रबल संभावना है। उन्हाेंने कहा कि पहले भी हम प्रभारी प्रिंसिपल रह चुके हैं। कभी इस तरह की घटना नहीं हुई। इधर घटना हाे गई, लेकिन काेशिश रहेगी इस तरह की घटना दुबारा नहीं हाे। उन्हाेंने स्पष्ट रूप से कहा कि काॅलेज के बच्चाें काे घबड़ाने की अावशयकता नहीं है। किसी भी बच्चे का साल बर्बाद नहीं हाेगा। एमए अाैर बीए पार्ट वन में कुछ बच्चाें का नामांकन नहीं हाे पाया है। रजिस्ट्रार से हुई वार्ता में स्पष्ट हाे गया है कि जाे बच्चे नामांकन से वंचित रह गये हैं, उनका एडमिशन लिया जाएगा। रजिस्ट्रार ने कहा कि यहां से सत्यापन के बाद भेजे गये फार्म पर नामांकन लिया जाएगा। काॅलेज में दाेनाें पक्ष में उपजे विवाद का बहुत जल्द ही सामाधान निकाल लिया जाएगा। काॅलेज सुचारू रूप से चले यही हमारी पहली प्राथमिकता रहेगी। बच्चाें का कार्य नहीं हाेने का दुख हमे भी है। इस संबंध में अपने यहां के प्राेफेसर, शिक्षकेत्तर कर्मी के साथ विश्वविद्यालय प्रशासन से वार्ता चल रही है।

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