आशा और आशा फैसिलेटर को सामाजिक सुरक्षा योजना का लाभ या रिटायरमेंट का दस लाख का भुगतान किया जाय




न्यूज विजन। बक्सर
कोरोना के दौरान मृत आशा कर्मियों को राज्य योजना के तहत चार लाख और केंद्रीय बीमा योजना के तहत पच्चास लाख की राशि का भुगतान किया जाय, आशा और आशा फैसिलेटर को सामाजिक सुरक्षा योजना का लाभ दिया जाय, जबतक नही दिया जाता तबतक रिटायरमेंट का दस लाख का भुगतान किया जाय। वही 20 दिन की जगह पूरे माह का भ्रमण भत्ता 500रू के हिसाब से दिया जाय। वही ड्रेस में केवल साड़ी की जगह पेटीकोट, ब्लाउज और ऊनी स्वेटर का भी प्रावधान लागू किया जाय। समेत नौ सूत्री मांगों को लेकर बृहस्पतिवार को आशा और आशा फैसेलेटर का हड़ताल जारी रहा।
हड़ताल के दौरान सभी प्रखंड मुख्यालयो पर धरना जारी रहा, वही सदर प्रखंड में आशा मीरा कुमारी की अध्यक्षता में धरना दिया गया। वही उन्होंने कहा की पारितोषिक के बदले मानदेय करना एवं ₹10000 देने की मांग की गई। साथ ही साथ पूर्व में किए गए तमाम समझौते को लागू करने की मांग की गई जब तक मांगों की पूर्ति नहीं होती हड़ताल अनवरत जारी रहेगा। जिला के संयोजक एवं राज्य उपाध्यक्ष अरुण कुमार ओझा ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा है तमाम आशा आशा फैसिलिटेटर का मांग की पूर्ति किया जाए। अगर सरकार का यही हठधर्मिता कायम रहेगी स्कीम वर्कर भी हड़ताल पर जाने को बाध्य हो जाएंगे जिसकी सारी जवाबदेही राज्य सरकार एवं स्वास्थ्य प्रशासन की होगी। यह खेद का विषय है की कहीं-कहीं प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी मैनेजर एवं बीसीएम के द्वारा आशा एवं आशा फर्स्ट लेटर को डराया और धमकाया जा रहा है इस पर रोक लगाई जाए एवं संघर्ष के साथी को मदद किया जाए ताकि आने वाले समय में आपके हड़ताल को भी इनसे समर्थन मिल सके। धरना के दौरान अभिराजो देवी, नीतू , संतोषी, माया देवी, बबीता, मनोज चौधरी, सुनीता कुमारी, मालती, रिंकू, बृज कुमारी, सुरेखा समेत सैकड़ों आशा कर्मी शामिल रही।

