हम आस्था और संस्कृति दोनों के संरक्षण के लिए सदैव प्रतिबद्ध हैं : राजकुमार चौबे
अहिरौली गंगा घाट पर भव्य महाआरती, बिहार में पहली बार पांच पंडा महाराजों ने कराया आयोजन




न्यूज़ विज़न। बक्सर
बक्सर जिले के ऐतिहासिक और पवित्र अहिरौली गंगा घाट पर रविवार को एक दिव्य और आध्यात्मिक माहौल के बीच गंगा महाआरती का आयोजन सफलता पूर्वक संपन्न हुआ। यह आयोजन मां अहिल्या गंगा सेवा दल एवं विश्वामित्र सेना के संयुक्त तत्वावधान में, स्थानीय गंगा समिति द्वारा 142वें रविवार की परंपरा के पूर्ण होने के उपलक्ष्य में बड़े ही श्रद्धा और भक्ति भाव से आयोजित किया गया।






इस विशेष अवसर को और भी ऐतिहासिक बना दिया बिहार में पहली बार साथ-साथ मंच पर उतरे पांच पंडा महाराजों ने। सभी पंडा महाराजों ने एक साथ गंगा मैया की महाआरती संपन्न कराई, जिससे घाट पर उपस्थित हजारों श्रद्धालुओं को एक अलौकिक और दिव्य अनुभूति प्राप्त हुई। इस भव्य महाआरती में न सिर्फ क्षेत्र के श्रद्धालु शामिल हुए, बल्कि जिले के कोने-कोने से आए भक्ति भाव से ओतप्रोत हजारों लोग इस ऐतिहासिक क्षण के साक्षी बने। इसके अलावा विभिन्न सामाजिक एवं धार्मिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने भी सक्रिय भागीदारी दर्ज कराई। घाट के चारों ओर दीपों की रोशनी, मंत्रोच्चार और ढोल-नगाड़ों की गूंज ने पूरे वातावरण को भक्तिमय बना दिया।

कार्यक्रम की गरिमा को और बढ़ाते हुए विश्वामित्र सेना के राष्ट्रीय संयोजक श्री राजकुमार चौबे विशेष रूप से इस अवसर पर उपस्थित हुए। उन्होंने श्रद्धा भाव से महाआरती में भाग लिया और उपस्थित श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि गंगा मैया केवल एक नदी नहीं, बल्कि हमारी सनातन संस्कृति की जीवन रेखा हैं। अहिरौली जैसे पावन स्थल पर महाआरती हमारी सांस्कृतिक चेतना का प्रतीक है। विश्वामित्र सेना का उद्देश्य सनातन मूल्यों का पुनर्जागरण है और यह आयोजन उसी दिशा में एक मजबूत कदम है। हम आस्था और संस्कृति दोनों के संरक्षण के लिए सदैव प्रतिबद्ध हैं। उनकी इस प्रेरक बात ने श्रद्धालुओं के मन में आस्था और गौरव की भावना को और सशक्त किया।
संपूर्ण आयोजन में रहा उत्साह
पूरे आयोजन के दौरान श्रद्धालुओं में विशेष उत्साह देखा गया। गंगा तट पर दीपदान करने वालों की लंबी कतारें लगीं। गंगा मैया के जयकारों से घाट गूंज उठा। छोटे-बड़े, महिला-पुरुष, बच्चे-बुजुर्ग सभी ने बड़े श्रद्धा भाव से महाआरती में भाग लिया और पुण्य लाभ कमाया।
समिति ने जताया आभार
महाआरती के सफल समापन पर आयोजन समिति ने सभी श्रद्धालुओं, सहयोगी संगठनों और स्वयंसेवकों का हृदय से आभार व्यक्त किया। समिति के पदाधिकारियों ने कहा कि यह आयोजन हर रविवार की तरह आगे भी निरंतर चलता रहेगा और हमारी सांस्कृतिक परंपराओं को जीवित रखने का कार्य करता रहेगा। आयोजन में शामिल कई श्रद्धालुओं ने कहा कि इस तरह का दृश्य पहली बार देखने को मिला। पांच-पांच पंडा महाराजों द्वारा सामूहिक महाआरती से गंगा घाट पर जैसे स्वर्ग उतर आया हो।

