संजय राम ने बसपा छोड़ कांग्रेस का थामा दामन, 2020 के विधानसभा चुनाव में लगभग 45 हजार वोट किया था हासिल
विश्वनाथ राम पर संकट, संजय राम बन सकते हैं कांग्रेस के नए विकल्प, राजपुर के देवढ़िया पंचायत के दो बार रह चुके है मुखिया



न्यूज़ विज़न। बक्सर
राजपुर विधानसभा क्षेत्र के पूर्व प्रत्याशी और देवढ़िया पंचायत के दो बार के मुखिया संजय राम ने बुधवार को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की। संजय राम ने वर्ष 2020 के विधानसभा चुनाव में बसपा से प्रत्याशी रहते हुए लगभग 45 हजार वोट हासिल कर अपनी मजबूत राजनीतिक पकड़ का परिचय दिया था।








पटना स्थित सदाकत आश्रम में आयोजित कार्यक्रम के दौरान बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी प्रभारी कृष्णा अलवारु की मौजूदगी में उन्होंने सैकड़ों समर्थकों के साथ कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की। इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम ने संजय राम का स्वागत करते हुए उन्हें उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं। राजनीतिक गलियारों में माना जा रहा है कि कांग्रेस, राजपुर से वर्तमान विधायक विश्वनाथ राम के स्थान पर संजय राम को विकल्प के रूप में तैयार कर सकती है। हाल ही में राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के कार्यक्रम में अपेक्षित प्रदर्शन न कर पाने के कारण विश्वनाथ राम की स्थिति कमजोर बताई जा रही है।




वहीं, स्थानीय स्तर पर वर्तमान विधायक विश्वनाथ राम के प्रति विरोध की भावना भी उभर रही है, जिससे संजय राम को एक मजबूत विकल्प के रूप में देखा जा रहा है। दिलचस्प यह भी है कि विश्वनाथ राम ने भाजपा छोड़कर कांग्रेस ज्वाइन की थी और अब संजय राम ने भी वही रास्ता अपनाया है। इस मौके पर बिहार प्रदेश युवा कांग्रेस के पूर्व सचिव राहुल चौबे ने कहा कि “संजय राम जैसे जमीनी नेता के कांग्रेस में शामिल होने से पार्टी को नई ऊर्जा मिलेगी। उनकी सक्रियता और संघर्षशील स्वभाव संगठन को मजबूती देंगे। मुझे विश्वास है कि आने वाले दिनों में वे संगठन को और अधिक मजबूत करेंगे।” इस कार्यक्रम में बक्सर युवा कांग्रेस अध्यक्ष प्रभात कुमार, बिहार युवा कांग्रेस प्रदेश सचिव नंदू उपाध्याय, बक्सर एनएसयूआई जिला अध्यक्ष लक्की ओझा, सेवादल के गुप्तेश्वर चौबे, झब्बू सिंह, मंसूर अली सहित कई अन्य कार्यकर्ता भी उपस्थित रहे।

