विश्व पर्यावरण दिवस पर मानवाधिकार एवं सामाजिक न्याय तथा साबित खिदमत फाउंडेशन द्वारा इजरी श्रीराम में लगाए गए 100 पौधे




न्यूज़ विज़न। बक्सर
विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर मानवाधिकार एवं सामाजिक न्याय संगठन तथा साबित खिदमत फाउंडेशन बक्सर के संयुक्त तत्वावधान में बक्सर जिले के इजरी श्रीराम गांव में एक विशेष पौधारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में 100 पौधे लगाए गए और इनकी सुरक्षा व संरक्षण की जिम्मेदारी स्थानीय लोगों और संस्थाओं ने मिलकर लेने का संकल्प लिया।







इस अवसर पर मानवाधिकार एवं सामाजिक न्याय संगठन के बिहार प्रदेश सचिव डॉ. दिलशाद आलम ने कहा, “पेड़ ही जीवन का आधार हैं। ये न केवल हमें ऑक्सीजन प्रदान करते हैं, बल्कि बढ़ती ग्लोबल वार्मिंग और जलवायु परिवर्तन से भी लड़ने में हमारी मदद करते हैं। गर्मी और मौसम में हो रहे असामान्य बदलावों के पीछे पेड़ों की अंधाधुंध कटाई प्रमुख कारण है। अब समय आ गया है कि हम इसे गंभीरता से समझें और अधिक से अधिक पौधे लगाकर प्रकृति की रक्षा करें।”

पौधारोपण कार्यक्रम में स्थानीय ग्रामीणों की भी सक्रिय भागीदारी रही। श्रीराम इजरी गांव के प्रमुख समाजसेवी प्रभुनाथ पांडे, कमलनाथ जी, श्री किशुन चौबे, विजेंद्र सिंह, विकास कुमार और सामाजिक कार्यकर्ता इम्तियाज अंसारी सहित कई अन्य गणमान्य लोग मौजूद थे। सभी ने एकजुट होकर पौधों की देखभाल का जिम्मा उठाया और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में आगे बढ़ने का प्रण लिया। कार्यक्रम के अंतर्गत अमरूद, महोगनी, आम, अशोक, पीपल जैसे विभिन्न प्रकार के पौधे लगाए गए, जो न केवल पर्यावरण को हरा-भरा बनाएंगे, बल्कि आने वाली पीढ़ियों को भी लाभ पहुंचाएंगे।
मौके पर साबित रोहतासवी ने इस मौके पर कहा, “जलवायु परिवर्तन की सबसे बड़ी वजह लाखों पेड़ों की कटाई है। उन्हें काटकर सड़कें, इमारतें और अन्य निर्माण कार्य किए गए हैं। हाल ही में सूर्य तूफान और मौसम में हो रहे अप्रत्याशित बदलाव इसी का संकेत हैं। अब हमें अपनी भूल सुधारनी होगी और अधिक से अधिक पेड़ लगाकर जीवन को बचाना होगा।”
पिछले वर्षों की तरह इस बार भी संगठन की ओर से जिले भर में हजारों पौधे लगाए जाने की योजना है। इस कार्य के लिए लोगों से सहयोग की अपील भी की गई है, ताकि पर्यावरण संतुलन को बनाए रखा जा सके और पृथ्वी को एक बेहतर जगह बनाया जा सके।

