नौ सूत्री मांगों को लेकर हड़ताल के 28 वें दिन सभी प्रखंडो पर आशा कर्मियों ने थाली बजाकर किया प्रदर्शन




न्यूज विजन | बक्सर
नौ सूत्री मांगों को लेकर आशा एवं आशा फैसिलिटेटर का अनिश्चितकालीन हड़ताल मंगलवार को 28 वें दिन भी जारी रहा। जिले के सभी प्रखंडों पर थाली बजाकर सरकार की कुंभकर्णी निंद्रा को जगाने का काम हड़ताली कर्मियों ने किया। अपनी मांगों की पूर्ति के लिए जमकर नारेबाजी किया।आशा कर्मियों ने सरकार को चेताने का काम किया की अगर सरकार हमारी मांगों की पूर्ति नहीं करती है तो 2024 में सरकार का खटिया खड़ा कर देंगे। हमारी मांगे जायज है अगर मांगे जायज नहीं होती उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के द्वारा अपनी चुनावी घोषणा पत्र में आशाओं के प्रति अपने विचार नहीं रखे होते तथा विधानसभा में भी उन्होंने ऐलान किया की आशाओं की मांग को पूरा किया जाएगा।
मानदेय बढ़ाने की मांग रहेगी जारी








पारितोषिक को मानदेय में बदलने एवं 1000 के 10000 मानदेय देने, सेवानिवृत्ति के पश्चात एकमुश्त राशि देने, सरकारी सेवक घोषित करने, अश्वनी पोर्टल के पूर्व के बकाए का भुगतान करने, भुगतान में किए जा रहे भ्रष्टाचार पर रोक लगाने, आशा फैसिलिटेटर के 20 दिन के बदले 30 दिन का भुगतान₹500 के दर से करने को मांग में शामिल किया गया है। बिहार राज्य आशा आशा फैसिलिटेटर के संयोजक एवं उपाध्यक्ष अरुण कुमार ओझा मंगलवार के कार्यक्रम को सफल बताते हुए सरकार से मांग किया कि 9 सूत्री मांगों की पूर्ति जल्द से जल्द करें उन्होंने कहा कि पूरे प्रखंडों में कार्यक्रम हुआ। सदर प्रखंड में कार्यक्रम मीरा कुमारी, माया देवी, राजपुर में सुधा गुप्ता, उषा देवी, चौसा में मंजू देवी, सिमरी में सरस्वती देवी, पुष्पा देवी, डुमरांव में सुनैना देवी, चौगाई में सुनैना देवी, ब्रह्मपुर में दुर्गावती देवी, केसठ में रिंकू देवी, नवानगर में प्रमिला एवं विमला देवी, इटाढी में कंचन देवी आदि ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। वही आशा के हड़ताल के चलते इंद्रधनुष कार्यक्रम, फाइलेरिया का कार्यक्रम आगे बढ़ा दिया गया। फिर भी सरकार वार्ता के लिए भी तैयार नहीं। हम चाहते हैं कि सरकार वार्ता करें और मांगों का समुचित हल निकाले। प्रदर्शन के दौरान अभिराजों देवी, माया देवी, बबीता देवी, चिंता देवी, संतोषी देवी, मनोज चौधरी, कुंदन शामिल रहे।

