संघर्षों से सफलता तक : भाजपा मीडिया पैनलिस्ट रानी चौबे का सफर, बक्सर को स्मार्ट सिटी बनाने का लक्ष्य



न्यूज़ विज़न। बक्सर
भाजपा बिहार प्रदेश मीडिया पैनलिस्ट रानी चौबे ने अपने संघर्ष और कार्यों को साझा करते हुए बताया कि उनका जीवन बेहद उतार-चढ़ाव भरा रहा है। महज 9 साल की उम्र में पिता का साया उठ जाने के बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी। राजशाही माहौल में पली-बढ़ी रानी चौबे का पैतृक गांव नवानगर प्रखंड का रेवटिया परमानपुर है जबकि ननिहाल केसठ प्रखंड का दसियांव गांव है।








रानी चौबे ने बताया कि उन्होंने 2015 से पहले नगर विकास विभाग, बिहार में बतौर पीआरओ काम किया, जहां उन्हें पूरे राज्य में काम करने का अवसर मिला। इस दौरान उन्होंने लगभग साढ़े तीन लाख महिलाओं को स्वयं सहायता समूह से जोड़कर स्वरोजगार दिलाया। पटना मेट्रो परियोजना की प्लानिंग और पंडित दीनदयाल अंत्योदय योजना के तहत बिहार में 100 आश्रय स्थलों का निर्माण उनके कार्यकाल की उपलब्धियां हैं।भागलपुर में बतौर अधिकारी रहते हुए उन्होंने बिजली, सड़क और रोजगार जैसे क्षेत्रों में कई अहम कार्य किए। इसी वजह से स्थानीय लोग उन्हें आज भी “भागलपुर की बेटी” कहते हैं।




अब भाजपा की मीडिया पैनलिस्ट रानी चौबे ने कहा कि मेरा लक्ष्य है बक्सर को स्मार्ट सिटी बनाना। उन्होंने कहा कि शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत बनाकर बक्सर को विकास की नई राह पर ले जाना उनका सपना है।
वीडियो देखें :

