श्रावणी मेला के दौरान सुरक्षा एवं विधि-व्यवस्था संधारण को लेकर डीएम एसपी ने बाबा ब्रह्मेश्वर नाथ मंदिर



न्यूज़ विज़न। बक्सर
श्रावणी मेला के दौरान सुरक्षा एवं विधि-व्यवस्था संधारण तथा आवश्यक तैयारियों के मद्देनजर बृहस्पतिवार को डीएम डॉ० विद्या नन्द सिंह एवं एसपी शुभम आर्य के द्वारा संयुक्त रूप से बाबा ब्रह्मेश्वर नाथ मंदिर परिसर में तैयारियों एवं पहुंच पथ का निरीक्षण किया गया। इस दौरान प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी/पुलिस पदाधिकारी/कर्मियों के साथ संयुक्त रूप से ब्रीफिंग कर आवश्यक निर्देश दिया गया।








डीएम द्वारा अंचलाधिकारी ब्रह्मपुर को बाबा ब्रह्मेश्वर नाथ मंदिर परिसर में अवस्थित तालाब में बैरिकेडिंग कराने, नाव-नाविक, गोताखोर की प्रतिनियुक्ति कराने का निर्देश दिया गया। साथ ही SDRF टीम की भी प्रतिनियुक्ति कराने का निर्देश दिया गया। कार्यपालक पदाधिकारी नगर पंचायत ब्रह्मपुर को मंदिर परिसर एवं आसपास के क्षेत्र का प्रतिदिन नियमित रूप से एवं सोमवार को विशेष रूप से 2-3 पाली में पर्याप्त सफाई कर्मियों की प्रतिनियुक्ति कर साफ सफाई कराने का निर्देश दिया गया। सभी आवश्यक बुनियादी सुविधा श्रद्धालुओं को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया। नगर निकाय ब्रह्मपुर को नगर निकाय क्षेत्र में विशेष कर मंदिर परिसर के आस-पास क्षेत्रों में सी0सी0टी0वी0, शौचालय, साइनेज (यथा प्रवेश द्वार, निकास द्वार) प्रमुख स्थानों पर लगाने का निर्देश दिया गया।




कार्यपालक अभियंता विद्युत प्रमंडल बक्सर को निरंतर विद्युत आपूर्ति एवं मार्गों में लूज एवं नीचे लटके हुए तारों की जांच कराते हुए मरम्मती कराने का निदेश दिया गया। असैनिक शल्य चिकित्सा-सह-मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी बक्सर को निर्देश दिया गया कि श्रावणी मेला को देखते हुए आकस्मिक स्थिति से निपटने हेतु सभी प्राथमिक/सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों, अनुमंडलीय अस्पताल डुमरांव एवं सदर अस्पताल बक्सर में चिकित्सको की प्रतिनियुक्ति, पर्याप्त मात्रा में जीवन रक्षक दवाएं, ऑक्सीजन आदि को पर्याप्त मात्रा में स्टॉक में रखेंगे एवं ऑपरेशन थिएटर एवं एंबुलेंस 24×7 तैयार स्थिति में रखेंगे।
अनुमंडल पदाधिकारी एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी डुमरांव संपूर्ण विधि व्यवस्था के प्रभार में रहेंगे एवं अपने स्तर से शांति एवं विधि व्यवस्था बनाए रखने हेतु सभी आवश्यक कार्रवाई करेंगे। साथ ही सोमवार एवं शिवरात्रि के दिन उपस्थित रहकर विधि व्यवस्था संधारण करने का निर्देश दिया गया। निरीक्षण के क्रम में संबंधित प्रखंड विकास पदाधिकारी, संबंधित अंचल अधिकारी एवं मंदिर समिति के सदस्य उपस्थित थे।

