वामन द्वादशी पर गंगा ठोरा संगम में श्रद्धालुओं ने स्नान कर किया भगवान वामन की पूजा अर्चना
भगवान विष्णु के पांचवें अवतार भगवान वामन का जन्म हुआ था




न्यूज़ विज़न। बक्सर
भगवान वामन के जन्मोत्सव वामन द्वादशी पर गंगा स्नान के लिए रविवार को केंद्रीय कारा के समीप ठोरा गंगा के संगम पर स्नानार्थियों का सैलाब उमड़ गया। श्रद्धालुओं ने नदी के संगम में डुबकी लगाई और दोपहर तक व्रत रखें स्नान के बाद श्रद्धालु सेंट्रल जेल परिसर में स्थित बामनेश्वर मंदिर में जाकर भगवान वामन के दर्शन पूजन किया तथा दान पुण्य व उपवास के साथ भगवान के जन्म के समय का इंतजार किया।








दोपहर होते ही मंदिर में भगवान वामन की पूजा व आरती शुरू हो गई घंटे घड़ियाल व शंख ध्वनि के बीच स्तुति गान होने लगी भगवान को महाप्रसाद की भोग लगाए गए इसके बाद श्रद्धालुओं के बीच प्रसाद का वितरण किया गया। त्रेता युग में भाद्रपक्ष शुक्ल पक्ष द्वादशी तिथि को श्रवण नक्षत्र में बक्सर निवासी माता अदिति महर्षि कश्यप के पुत्र के तौर पर भगवान विष्णु के पांचवें अवतार भगवान वामन का जन्म हुआ था लिहाजा बक्सर के पौराणिक नाम में से एक वामनाश्रम भी है।




गंगा व ठोरा नदी के संगम स्नान के लिए दूर दराज से एक दिन पहले श्रद्धालु पहुंच गए थे यहां आने के बाद शास्त्रीय विधान के मुताबिक श्रद्धालु मासिक एकादशी का व्रत रखें तथा पवन स्नान के साथ बाबा वामनेश्वर तथा भगवान वामन का दर्शन पूजन किया कि मंदिर परिसर में भजन कीर्तन करते हुए रात गुजारी और रविवार को सूर्योदय के से पहले ही संगम पर जाकर स्नान करने वालों से पूरा संगम तक पट गया था स्नानार्थियों के आने-जाने का सिलसिला दोपहर तक जारी रहा जिसमे महिलाओं की संख्या अधिक देखने को मिल रही थी। वही श्रद्धालु प्रसाद स्वरूप लिट्टी चोखा बनाकर खाया।

वामन द्वादशी पर सोमेश्वर स्थान से त्रिमुहानी तक सड़क श्रद्धालुओं से पटा रहा और सड़क के दोनो किनारे जाम लगा रहा। जलेबी, चाट, पकौड़ी के अलावा श्रृंगार व महिलाओ से संबंधित सैकड़ों दुकान लगा रहा जहा महिलाए खरीदारी करती रही।


