मणिपुर की घटना के दोषियों को सजा और राष्ट्रपति शासन की मांग को लेकर आक्रोश मार्च




न्यूज विजन। बक्सर
मणिपुर में 2 कुकी आदिवासी महिलाओं को नग्न अवस्था में घुमाने और सामूहिक रेप कांड पर आरोपियों को फांसी की सजा दिलवाने की मांग को लेकर गोंडवाना स्टुडेंट्स यूनियन बिहार प्रदेश इकाई ने शहर के ज्योति प्रकाश चौक से आक्रोश मार्च निकाला।
आक्रोश मार्च ज्योति प्रकाश चौक से निकलकर कलेक्ट्रेट पहुंच समापन हुआ। जिला अध्यक्ष शंकर गोंड ने कहा कि मणिपुर पिछले लगभग 3 महीनों से दंगाइयों के उत्पात से जल रहा है, भारत की मूलजाति 2 कुकी आदिवासी महिलाओं को सामूहिक दुष्कर्म करके उनको नग्न अवस्था में सरेआम घुमाया गया, इस तरह की घटना पूरे देश के लिए हृदय विदारक है, हजारों कुकी आदिवासी परिवारों के लोगों का घर जला कर मार दिया गया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार जहां बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ का नारा दे रही है, वही हमारी बहन बेटियां सुरक्षित नहीं है। आजादी के 75 साल बाद भी ना देश सुरक्षित है, ना देश की महिलाएं सुरक्षित है, ना ही देश की आम जनता, खास तौर पर इस देश के मालिक आदिवासी सुरक्षित नहीं हैं। मणिपुर की स्थिति बहुत ही खराब हो चुकी है, लेकिन केंद्र में बैठी मोदी सरकार चुपचाप नजारा देख रही है, जिसका गोंडवाना स्टूडेंट्स यूनियन, इंडिया का बिहार प्रदेश इकाई, मांग करता है कि मणिपुर के घटना के दोषियों को तत्काल फांसी की सजा दिया जाए, और मणिपुर सरकार को बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन लागू किया जाए। जिससे कि प्रदेश में कुकी आदिवासियों को सुरक्षा के साथ-साथ जल्द ही शांति बहाल हो सके।
आक्रोश मार्च में प्रदेश सचिव धनु गोंड, प्रदेश कोषाध्यक्ष नीतीश गोंड, प्रदेश प्रवक्ता ब्रजेश गोंड, जिला सचिव मुन्ना गोंड, जिला उपाध्यक्ष धर्मेंद्र गोंड, इटाढ़ी प्रखंड अध्यक्ष, विश्वामित्र गोंड समेत गोंडवाना स्टूडेंट्स यूनियन के सभी कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

